-फोर्ट रोड सब स्टेशन से सटे हर्षवर्धन पार्क में नहीं दिखाई दे रहा सबसे ऊंचा तिरंगा

ALLAHABAD: शहर में कुंभ के कार्यो को लेकर भले ही विकास की बयार बहाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन अकबर के किले को छोड़ दें तो शहर में सबसे ऊंचाई पर लहराने वाला देश का राष्ट्रीय ध्वज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। फोर्ट रोड सब स्टेशन से सटे महाराजा हर्षवर्धन के नाम पर स्थित पार्क पूरी तरह से वीरान हो गया है। इसकी बड़ी वजह यही है कि करीब एक महीने पहले सौ फिट ऊंचा तिरंगा हटा दिया गया है और पार्क को दी जाने वाली लाइट भी काट दी गई है।

एक सप्ताह तक फटा रहा तिरंगा

हर्षवर्धन पार्क में दो वर्ष पहले छावनी परिषद की देखरेख में करीब सौ फिट की ऊंचाई पर तिरंगा लगवाया गया था। परिषद के मीडिया प्रभारी हंसराज यादव की मानें तो शहरियों में देशभक्ति का जज्बा पैदा करने के लिए राष्ट्रीय ध्वज को लगाया गया था। खास बात है कि अगस्त के पहले सप्ताह में लहराता हुआ तिरंगा फट गया जोकि सात-आठ दिनों तक उसी हालत में पड़ा हुआ था।

तिरंगा हटाया तो बत्ती गुल

पार्क परिसर में तेरह अगस्त तक फटा हुआ तिरंगा ही लहराता रहा। शर्मनाक स्थिति के बाद पंद्रह अगस्त की भोर में उसे छावनी परिषद की ओर से उतरवा दिया गया। इतना ही नहीं परिसर को दी जाने वाली बिजली की आपूर्ति भी बंद कर दी गई। यही वजह है कि पार्क पूरी तरह से वीरान हो चुका है। जबकि अलोपीबाग, दारागंज व अल्लापुर एरिया के सैकड़ों लोग पार्क में टहलने के लिए आते थे। लाइट जाने से उन लोगों ने भी पार्क में आना बंद कर दिया है।

छावनी परिषद करता है देखरेख

मिलिट्री एरिया के अन्तर्गत आने वाले शहर के हर्षवर्धन पार्क और सरस्वती पार्क की देखरेख छावनी परिषद करता है। परिषद की ओर से पार्क की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने के लिए गार्ड के रूप में त्रिभुवन पाल को रखा गया है। त्रिभुवन पाल की मानें तो लाइट काटने की जानकारी उनको नहीं है। इसकी वजह से रेगुलर नहीं जा रहा हूं क्योंकि रात में बारह बजे तक ड्यूटी करनी होती है। अंधेरे में कितनी देर तक पार्क की सुरक्षा कर सकते हैं।

वर्जन

पार्क में लगा तिरंगा फट गया था। इसलिए उसको सिलवाने के लिए भेजा गया है। लेकिन पार्क के आसपास के एरिया में कुंभ का विकास कार्य चल रहा है। इसलिए हो सकता है कि बिजली विभाग की ओर से लाइट काट दी गई हो।

-हंसराज यादव, मीडिया प्रभारी छावनी परिषद