दशहरा घुमाने गए थे

सूरज अग्रवाल चौक एरिया के चमेली बाई धर्मशाला के पास रहते हैं। उनका चौक में माया ट्रेडर्स के नाम से शॉप है। मंडे को उन्हें अपने दोस्त की पार्टी में जाना था। घर में ताला बंद करके सूरज अपनी वाइफ और बच्चों को लेकर रात में निकल गए। पार्टी के बाद सीधे घर नहीं लौटे और रात में दशहरा मेला देखने निकल पड़े। करीब 3 बजे वह मेला घूमकर जब घर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए।

सबकुछ ले गए

सूरज रात में जब अपना दरवाजा खोलने लगे तो दरवाजे की कुंडी अंदर से बंद सी लगी। अंदर से कुंडी फंस रही थी। वह समझ नहीं पा रहे थे कि ये क्या हो रहा है। जोर जोर से धक्का देने के बाद दरवाजा खुला। अंदर पहुंचते ही वहां का नजारा देख कर उनकी धड़कने बढऩे लगीं। सूरज का शक सही निकला। चोर घर में घुसे थे और उन्होंने पूरे घर पर हाथ साफ कर दिया था। वह भागते हुए अपने ऊपर वाले बेडरूम में पहुंचे। वहां पहुंचते ही बड़ा झटका लगा। चोर आलमीरा का ताला तोड़कर सब कुछ लूट ले गए थे। करीब 14 लाख की ज्वैलरी, डेढ लाख रुपए कैश और लाइसेंसी रिवाल्वर भी गायब था।

 

शीशा तोड़कर पहुंचे

घटना की जानकारी उन्होंने सुबह कोतवाली पुलिस को दी। ट्यूजडे मार्निंग फोरेंसिक एक्सपर्ट प्रेम भारतीय अपनी डॉग स्क्वाड टीम के साथ पहुंचे। जांच के दौरान पता चला था कि सेंकेंड फ्लोर की खिड़की का शीशा तोड़कर चोर अंदर घुसे थे। अंदर आने के लिए उन्होंने शीशा के बाद लोहे का ग्रिल भी तोड़ डाला। आसानी से कमरे में एंट्री कर ली। फिर क्या था। एक-एक कमरे का ताला तोड़ा और आलमीरा व बक्शे में रखा सारा कीमती माल चुरा ले गए।