- <- ATM ATM हैंग के शिकार हुए शंकर लाल ने दर्ज कराई <हैंग के शिकार हुए शंकर लाल ने दर्ज कराई FIR

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- न जाने कितनों को शिकार बना चुका है यह साइबर क्रिमिनल

<- न जाने कितनों को शिकार बना चुका है यह साइबर क्रिमिनल

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: अरे ये तो वही है। अच्छा तो वह इसी की कारस्तानी थी। एक झटके में तगड़ा चूना लगा दिया। लेकिन अब नहीं बचेगा। न्यूज पेपर में पब्लिश्ड साइबर क्रिमिनल राजीव की पिक्चर देख एकदम से चौक पड़े थे शंकर लाल। क्योंकि उन्हें भी एटीएम हैंग करके कंगाल बनाने का काम इसी शख्स ने किया था। उन्होंने जार्जटाउन पुलिस को आपबीती सुनाई। जार्जटाउन पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दंग रह गए थे शंकर लाल

शंकर लाल भारतीय एलआईसी कालोनी में रहते हैं। फ् अप्रैल को वह जार्जटाउन एरिया में स्थित यूनियन बैंक से रुपए निकालने पहुंचे थे। एटीएम के अंदर गए और रुपए निकालने लगे। इस दौरान एक लड़का वहां पहुंचा। उसने शंकर लाल से कुछ बोला। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाते अचानक से एटीएम हैंग कर गया। शंकर लाल एटीएम से रुपए निकाले बिना ही लौट गए। क्योंकि एटीएम काम नहीं कर रहा था। जबकि साइबर क्रिमिनल ने उनके जाने के बाद एटीएम से रुपए निकाल लिए। घर जाने के बाद भी शंकर लाल को यह जानकारी नहीं हो सकी कि उनके एकाउंट से रुपए निकाल लिए गए।

स्टार्ट बटन में लगा दिया था गोंद

जार्जटाउन पुलिस इंस्पेक्टर शिव शंभू ने बताया कि शंकर लाल से साथ फ्राड करने वाला भी राजीव था। उसने अपने शातिराना अंदाज से एटीएम के स्टार्ट बटन में गोंद लगा दिया जिससे वह एटीएम हैंग कर गया। एटीएम हैंग करने पर कोई बटन काम नहीं करता है। ऐसे में कोई भी व्यक्ति वापस लौट जाएगा। शंकर लाल ने भी यही किया। जबकि एटीएम के अंदर मौजूद राजीव ने स्टार्ट बटन से गोंद हटाया तो एटीएम काम करने लगा। अब उसने आसानी से एटीएम से ट्रांजेक्शन कर लिया। राजीव की अरेस्टिंग होने के बाद शंकर लाल को इस बात की जानकारी हुई कि उनके बैंक एकाउंट से क्फ्000 रुपए गायब हुए हैं। फिर वह जार्जटाउन पहुंचे और अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई।

अभी वांटेड हैं दोनों साथी

साइबर सेल ने लॉ स्टूडेंट राजीव को कुछ दिन पहले ही अरेस्ट कर जेल भेजा था। राजीव के दो साथी गुलाब और सोनू आज भी वांटेड हैं। पकड़े गए राजीव ने खुलासा किया था कि वे एटीएम हैंग करके लोगों के बैंक एकाउंट से रुपए उड़ाते हैं। एटीएम हैंग करने के लिए स्टार्ट बटन या साइड के ऊपर बटन को दबा देते थे और फिर आसानी से अपना काम कर लेते थे। यही कारण है कि शहर में डेली ही कोई ना कोई इन साइबर क्रिमिनल्स के चंगुल में फंस कर अपना बैंक एकाउंट खाली करवा बैठ रहा है।

अवेयरनेस ही बचाव

-सिर्फ अवेयर होकर ही आप साइबर क्रिमिनल्स से बच सकते हैं

-एटीएम के अंदर गलती से भी किसी को साथ न ले जाएं

-एटीएम का पिन कोड किसी से शेयर न करें

- हमेशा ही एटीएम यूज करने वाले मैसेज एलर्ट करा लें

-अगर किसी ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलती है तो एलर्ट हो जाएं

-बैंक को काल करके अपना बैंक एकाउंट सीज कराएं

- एटीएम के अंदर रुपए निकालने से पहले चेक कर लें

-किसी भी बाहरी व्यक्ति से कभी भी कोई हेल्प न मांगें