कार्यालय में घुसकर दो बार धमकाने का आरोप

कुलपति प्रो। आरएल हांगलू करवाएंगे जांच

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार (कुलसचिव) कर्नल हितेश लव ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर सुरक्षा मांगी है। उन्होंने एडीजीपी से मिलकर यूनिवर्सिटी स्थित रजिस्ट्रार कार्यालय में घुसकर दस पन्द्रह लड़कों और एक वकील द्वारा की गई दबंगई के बाद यह एक्शन लिया है। यह घटना उनके कार्यालय में दो बार घटी है। मामला शिक्षक भर्ती से जुड़ा हुआ है। रजिस्ट्रार द्वारा पुलिस को एफआईआर के लिए शिकायती पत्र भी दिया गया है।

दी गाली, की बदसलूकी

कटोधन फतेहपुर निवासी एक वकील और उसके साथ आए करीब 15 लड़कों ने 10 मई और 16 मई को रजिस्ट्रार कार्यालय में घुसकर रजिस्ट्रार कर्नल हितेश लव को धमकाया। इस दौरान कार्यालय में तोड़फोड़ का भी आरोप है। इस बावत कुलपति व कुलानुशासक कार्यालय में वकील द्वारा प्रार्थना पत्र भी दिया गया। वकील का कहना है कि उसने रजिस्ट्रार को एक प्रार्थना पत्र देकर मांग की थी कि विवि में आरक्षण के मुताबिक भर्तियां की जाएं। इसके बाद रजिस्ट्रार ने गालियां दीं और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया।

मुझे भगाने की चल रही साजिश

वकील की ओर से मिली कंपलेन को चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएस दुबे द्वारा कुलपति को अग्रसारित किया गया है। इसमें चीफ प्रॉक्टर ने सूचित किया है कि संबंधित वकील ने रजिस्ट्रार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। चीफ प्रॉक्टर के मुताबिक उन्होंने इस विषय पर रजिस्ट्रार से जानकारी लेने की कोशिश की। लेकिन उनकी ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई। इस बावत रजिस्ट्रार का कहना है कि उन्हें साजिशन फंसाया जा रहा है। उनका कहना है कि भर्तियों में काफी गड़बडि़यां उजागर हुई हैं। ऐसे में कुछ लोग उन्हें विवि से भगाना चाह रहे हैं।

जब से आए हैं तब से पड़े हैं पीछे

रजिस्ट्रार कर्नल हितेश लव ने बताया कि वकील उनसे मिलने आया था। उन्होंने उसके ज्ञापन को डीन सीडीसी एवं डायरेक्टर फैकेल्टी रिक्रूटमेंट को फारवर्ड कर दिया था। 11 मई को कार्यवाहक कुलपति प्रो। केएस मिश्रा ने उनके पास आरोपों से रिलेटेड दो लेटर भेजे। इसकी हैंडराइटिंग बदली हुई थी। उन्होंने अपना जवाब नियमित कुलपति प्रो। आरएल हांगलू के पास भेजा, जिसमें खुद पर लगाए आरोपों को बेबुनियाद बताया है। इसके बाद भी उन्हें तब से परेशान किया जा रहा है जब से वे रजिस्ट्रार बनकर यूनिवर्सिटी में आए हैं।

ज्ञापन के सन्दर्भ में कुलपति ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि वे प्रकरण की जांच कर उचित एवं आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।

प्रोफेसर हर्ष कुमार, पीआरओ, एयू