- सीएम जीतनराम मांझी ने दिया आश्वासन कि गवर्नमेंट इसे गंभीरता से दिखवाएगी

PATNA: पीएमसीएच इमरजेंसी में एसी होने के बावजूद कई बार इमरजेंसी तंदूर की तरह क्यों तपने लगता है। इसकी पड़ताल दूसरे दिन भी आई नेक्स्ट ने किया। पीएमसीएच के अधिकारी इस पर ऑन रिकॉर्ड कुछ भी बोलने से किनारा करते रहे, लेकिन ऑफ रिकॉर्ड कई डॉक्टरों और नर्सो ने सच से पर्दा उठाया और इमरजेंसी की कलई इस तरह से खुली। पांच उन कारणों पर गौर कीजिए जो इमरजेंसी को तंदूर बनाने में मदद करने वाले हैं।

क्। पीएमसीएच के इमरजेंसी में सेन्ट्रलाइज एसी है। यहां एसी का काम पिछले ढाई वर्षो से ज्यादा समय से चल रहा है। सवाल है कि आखिर इतना समय क्यों लग रहा?

ख्। इमरजेंसी के एसी को जेनरेटर का बैकअप क्यों नहीं दिया गया? यहां ऐसी टेक्नोलॉजी का ऐसी लगाना चाहिए था जिसे जेनरेटर बैकअप दिया जा सके। सिर्फ लाइट का बैकअप दिया गया है।

फ्। जब पुख्ता व्यवस्था नहीं हुई तो पंखों को क्यों खोल लिया गया हॉल से? उसकी छत नीचे है तो दीवार में पंखे लग सकते थे।

ब्। एसी से कभी भी पानी चूने लगता है। बाल्टी लगाने की नौबत जब-तब क्यों आ जाती है? शार्ट शर्किट कभी भी होने का खतरा है।

भ्। एसी का ड्रेनेज सिस्टम क्यों नहीं ठीक से बनाया गया? मेनटेनेंस ठीक से क्यों नहीं हो रहा?

इमरजेंसी की स्थिति ठीक होगी

सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि पीएमसीएच इमरजेंसी की स्थिति को दुरुस्त किया जाएगा। कुछ दिन पहले ही हेल्थ मिनिस्टर ने पीएमसीएच का दौरा किया था। इमरजेंसी में इतनी गर्मी क्यों है इसे सरकार गंभीरता से दिखवाएगी।