सचिन और द्रविड़ ने रविवार को दिल्ली के फ़िरोजशाह कोटला मैदान में अपना अंतिम ट्वेंटी-20 मैच खेला. चैंपियंस लीग के ख़िताबी मुक़ाबले में सचिन जहां मुंबई इंडियंस की तरफ से खेले वहीं द्रविड ने राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व किया.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़  द्रविड़ ने ख़िताबी मुक़ाबला शुरू होने से पहले कहा, "हालांकि  सचिन मेरी ही उम्र के हैं या मुझसे दो महीने छोटे हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वह मुझसे सात साल सीनियर हैं. जब मैं अपना तीसरा टेस्ट खेल रहा था तो वह भारत के कप्तान थे."

उन्होंने कहा, "एक युवा क्रिकेटर के लिए सचिन आदर्श थे. कम उम्र में ही उन्होंने दुनियाभर में शानदार खेल का प्रदर्शन किया था. प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल रहे सभी खिलाड़ियों के लिए वह प्रेरणास्रोत थे."

यादगार

सचिन और द्रविड की ट्वेंटी-20 से विदाईसचिन तेंदुलकर ने पिछले साल दिसंबर में वनडे को अलविदा कह दिया था.

द्रविड़ ने कहा, "हमको लगता था कि जब सचिन ऐसा कारनामा कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं. उनके साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का मौका हासिल करना हमारे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा थी. मैंने पहली बार इंग्लैंड दौरे पर उन्हें साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया था जो कि मेरे लिए यादगार था."

द्रविड़ ने 2012 की शुरुआत में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था जबकि सचिन ने पिछले साल दिसंबर में वनडे से संन्यास ले लिया था. सचिन अभी टेस्ट खेल रहे हैं. इन दोनों बल्लेबाज़ों ने खेल के सभी प्रारूपों में कुल मिलाकर 92,000 से ज्यादा रन बनाए हैं.

सचिन ने भी द्रविड़ की तारीफ़ करते हुए कहा, "निस्संदेह वह तकनीकी रूप से बेहद सक्षम बल्लेबाज़ हैं. मेरी टीम में वह नंबर तीन रहेंगे क्योंकि इस बल्लेबाज़ी क्रम में कई यादगार पारियां खेली हैं. जहां दूसरे बल्लेबाज़ों के लिए क्रीज पर टिकना मुश्किल हो जाता था, द्रविड़ सहजता से खेलते थे."

मास्टर ब्लास्टर ने कहा, "उन्हें चुनौतियां पसंद थीं और मैं जानता था कि मुश्किल घड़ी में आप द्रविड़ पर भरोसा कर सकते हैं."

International News inextlive from World News Desk