VRINDAVAN (17 March): यमुना का जलस्तर गुरुवार को अचानक बढ़ने लगा। जलस्तर में पूरे दिन में तकरीबन एक फुट की वृद्धि हुई है। यमुना में पानी बढ़ने से खादरों में फसल करने वाले किसानों की नींद उड़ गई है। यमुना में जलस्तर वृद्धि अमूमन बरसात के दिनों में और यमुना छठ जैसे प्रमुख पर्वो पर हथिनी कुंड से पानी छोड़ने पर ही होती है, लेकिन इन दिनों ऐसा कुछ नहीं है, फिर भी बीती रात से यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा है। यमुना किनारे रहने वाले कृष्णा ने बताया कि रात में सब ठीक था, लेकिन सुबह यमुना जी में पानी बढ़ा नजर आया। गुरुवार देर शाम तक यमुना में पानी बढ़ने का सिलसिला बना रहा। कृष्णा ने बताया कि बीती रात से खबर लिखे जाने तक यमुना का पानी एक फुट बढ़ा है। यमुना में पानी बढ़ने से उन किसानों के माथे पर शिकन बढ़ गई है, जिनकी यमुना खादरों में तोरई, खरबूज, तरबूज, ककड़ी, ¨टडा, लौकी और कद्दू आदि की फसलें लहलहा रही हैं। किसान भगत सिंह ने बताया कि यदि शुक्रवार को भी जलस्तर में वृद्धि हुई तो फसलों को नुकसान होगा। वृंदावन की सीमा में पानी गांव के आसपास तक खादरों में फसलें लहलहा रही हैं। ¨सचाई विभाग कंट्रोल रूम के अनुसार ओखला बैराज से ज्यादा पानी छोड़े जाने की कोई सूचना नहीं है। लेकिन बैराज की डाउन स्ट्रीम में 1435 क्यूसिक पानी चल रहा है। नालों और आगरा केनाल से हो सकता है कि बारिश का कुछ पानी आ रहा है। खतरे की कोई बात नहीं है।