आरटीआई डिपार्टमेंट में डिप्टी डायरेक्टर कुमार यशकर अपने ऊपर दबाव के बारे में लगातार फैमिली वालों को बता रहे थे। इसी दौरान अचानक घर में जली अवस्था में मिली लाश ने यशकर के साथ आरटीआई के कई सवालों के जवाब पर भी ताला लगा दिया है। दिल्ली स्थित अंसल प्लाजा खुटको प्लेस ट्रांजिट फ्लैट नंबर 101 में कुमार यशकर और उनकी पत्नी अर्चना शर्मा की लाश ने फैमिली मेंबर को हिला कर रख दिया है। फैमिली मेंबर का आरोप है कि कुमार यशकर की मौत आत्महत्या नहीं बल्कि पूरी सोची समझी साजिश के तहत हत्या का मामला है।

अर्चना के सिर पर लगी चोट
कुमार यशकर बीएन कॉलेज के सामने स्थित मटुकपुर लॉज के रहने वाले थे। इन दिनों वो डिफेंस के आरटीआई देखा करते थे। कुमार यशकर की मौत डिफेंस की ओर से एलॉट फ्लैट नंबर 101 में हुई है। कुमार यशकर के साथ उनकी पत्नी अर्चना शर्मा की भी मौत हुई है। कुमार यशकर जले हुए थे, जबकि उनकी पत्नी के गर्दन पर निशान हैं। फिलहाल डिफेंस पुलिस छानबीन कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह पता चल पाएगा कि कुमार यशकर की मौत की असली वजह क्या है। इधर फॉरेंसिक रिपोर्ट में अर्चना के  सिर पर तावे की चोट का निशान है। फिलहाल इसकी जांच चल रही है.

आरटीआई को लेकर थे परेशान
दो महीने पहले पटना आये कुमार यशकर ने अपने फैमिली मेंबर को बताया कि जब से उन्हें आरटीआई में डाला गया है तब से काफी परेशानी आ रही है। लोगों के सवाल और ऑफिसर के दबाव के बीच काम करना पड़ रहा है। कुमार यशकर के कजन डॉ। दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि कि दो महीने पहले जब पटना आए थे तो उन्होंने अपनी परेशानी बयां की थी। हमलोगों को शक है कि उनकी हत्या की गई है। कुमार यशकर के अंतिम संस्कार में दिल्ली गए डॉ। तेजस्वी ने बताया कि चेहरा पूरा नहीं जला है और जुबान बाहर निकली थी। यह कहीं न कहीं हत्या को दर्शाता है.

फ्रिज मैकेनिक की वजह से चला पता
शुक्रवार की दोपहर फ्रिज मैकेनिक कुमार यशकर के घर आया तो उसने दरवाजा बंद पाया। उसने पड़ोस में रहने वाले एक ऑफिसर की वाइफ को इसकी जानकारी दी। पड़ोसी ने जब ऑफिस में इसकी जानकारी दी। घर से जलने की बदबू भी आ रही थी। फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाया गया। फिर लोकल पुलिस के सामने दरवाजा खोला गया। कमरे में कुमार यशकर और उनकी पत्नी की डेडबॉडी पड़ी थी। दोनों काफी पहले दम तोड़ चुके थे.

गुरुवार की रात बहन से की बात
सिस्टर नीतू ने बताया कि गुरुवार की रात भईया ने फोन किया था और मां के पटना जाने की बात कह रहे थे। दरअसल कुमार यशकर की मां नीलिमा सिन्हा अपनी बेटी के घर पर थीं और इनका टिकट कंफर्म नहीं हुआ था। कुमार यशकर ने अपनी बहन को बताया कि टिकट कंफर्म हो जाएगा। तीस मार्च को मां को मेरे घर पर लेते आना.

बहन के गृह प्रवेश में गए थे
कुमार यशकर तीन भाई और एक बहन हैं। सभी दिल्ली में सेट हैं। बहन नीता सिन्हा के घर गृह प्रवेश में पूरी फैमिली आए हुए थे। मां भी पटना से गई थी और वो वापस दो अप्रैल को पटना आने वाली थी। गृह प्रवेश में कुमार यशकर और उनकी पत्नी ने जमकर मस्ती की थी। कुमार यशकर संगीत के शौकीन थे और फोटो सेशन भी करवाया.

लव मैरेज की थी
कुमार यशकर यूपीएससी के थ्रू डिफेंस में ज्वाइन किए थे। कुशल प्रशासक के साथ-साथ उन्हें संगीत की भी काफी जानकारी थी। हारमोनियम बजाने और गाने के शौकीन कुमार यशकर ने अपने गुरु की बेटी अर्चना से लव मैरेज सात साल पहले की थी। फिलहाल दोनों को बच्चे नहीं थे.

पटना से लंदन तक
भाई डॉ। दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि उन्होंने अपनी पूरी पढ़ाई पटना में ही रहकर किया था। सेंट सेवरेंस, बीएन कॉलेज, दिल्ली स्थित रामजस कॉलेज, इसके बाद स्कॉलरशिप में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स कर चुके थे। थ्रू आउट फस्र्ट रहने वाले कुमार यशकर हर पल को इंज्वाय करते थे। वो दूसरों के प्रेशर को कम करते थे। कुमार यशकर की मौत ने उनके फैमिली मेंबर्स को तोड़ कर रख दिया। उनकी बुआ डॉ। किरण शरण ने बताया कि दो महीने पहले वो जब आया था तो काफी खुश था। उसके आने भर से पूरी फैमिली काफी इंज्वाय करती थी। किसी भी समारोह के मौके पर बिना चिंकू के मजा नहीं आता था। अब उसकी यादें उसकी तस्वीर में ही बची है.