-ताबड़तोड़ चोरियों से नागरिकों की नींद हराम

UNNAO:

शहर में पिछले कई दिनों से ताबड़तोड़ हो रही चोरी की वारदातों ने नागरिकों की नींद हराम कर रखी है। शहर के अनवार नगर में चोरों ने एक मकान पर धावा बोल नगदी और जेवरात मिलाकर लाखों का माल पार कर दिया। गृहस्वामी ने इसकी सूचना पुलिस को दी है। पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

खाली पड़ा था घर

अनवार नगर निवासी अब्दुल मुईद पुत्र स्व। अजीम की ससुराल शहर के ही मोहल्ला मुल्लन में है। वह रात में पत्नी औरच्बच्चों के साथ ससुराल चले गए। देर हो जाने की वजह से रात में वहीं पर रुक गए। दूसरे दिन सुबह उन्हें पड़ोस में रहने वाले रिश्तेदार सूफी शकील ने फोन पर घर का ताला टूटा होने की जानकारी दी। इस पर अब्दुल मुईद पत्नी औरच्बच्चों के साथ अपने घर आए तो मकान का ताला टूटा मिला। अंदर अलमारी खुली पड़ी थी। गृहस्वामी ने बताया कि चोर अलमारी से दो जोड़ी सोने के झाले, दो सोने के हार, चार कड़े, चार नाक की कीलें, दो नथ, तथा चांदी के पायल आदि जेवरात और 40 हजार रुपया नगद बीन ले गए हैं। गृहस्वामी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। चौकी प्रभारी ने प्रार्थनापत्र लेकर जांच के बाद कार्रवाई करने को कहा है।

तीन दिनों से लगातार हो रही चोरी

पिछले तीन दिनों से लगातार चोरी की वारदातें हो रही हैं। पूर्व में गिरजाबाग निवासी बनारसी उपाध्याय के घर का ताला तोड़ चोर लाखों का माल चोरी कर ले गए थे। गृहस्वामी ने पुलिस को सूचना दी। चौकी प्रभारी जांच करने मौके पर गए। इसके बाद गृहस्वामी ने तहरीर दी, लेकिन आज तक रिपोर्ट नहीं दर्ज हुई है। चौकी प्रभारी ने बताया कि रात में जो नगदी चोरी होने की बात कही गई थी, उससे तीन गुना अधिक नगदी तहरीर में लिखी गई थी। उनसे सही बात लिखकर देने को कहा था, उसके बाद से वह तहरीर लेकर नहीं आए। इस वजह से रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाई है। उधर, गृहस्वामी का कहना है कि लगातार कोतवाली का चक्कर काट रहा हूं, कोई प्रार्थना पत्र नहीं ले रहा है।

दर्ज नहीं होती रिपोर्ट

इस घटना के बाद आवास विकास कालोनी के ए ब्लाक निवासी रामकुबेर सिंह के बंद घर का ताला तोड़ चोरों ने नगदी और जेवरात मिलाकर एक लाख से अधिक का माल पार कर दिया था। मंगलवार को कब्बाखेड़ा निवासी अधिवक्ता के घर से टप्पेबाज ने जेवरात और नगदी मिलाकर लगभग एक लाख का माल पार किया था। अधिवक्ता को भी रिपोर्ट लिखाने के लिए कोतवाली से पुलिस चौकी तक का चक्कर काटना पड़ता। एक के बाद एक हो रही चोरी की वारदातों ने नागरिकों की नींद हराम कर रखी है।