- साथियों के साथ मिलकर करायी थी चाचा के घर लाखों की चोरी

- कैंट में हाईकोर्ट के एडवोकेट के घर हुई चोरी का हुआ खुलासा

- लाखों के गहने व चोरी गई रिवाल्वर भी बरामद

<- साथियों के साथ मिलकर करायी थी चाचा के घर लाखों की चोरी

- कैंट में हाईकोर्ट के एडवोकेट के घर हुई चोरी का हुआ खुलासा

- लाखों के गहने व चोरी गई रिवाल्वर भी बरामद

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: घर में रहने वाले ही अगर चोरों के साथ मिल जाएं तो घर को लुटने से कोई नहीं बचा सकता। लास्ट मंथ कैण्ट में रहने वाले हाईकोर्ट के अधिवक्ता नियाज अहमद के घर हुई चोरी के मामले में ऐसा ही हुआ। चोरी का सूत्रधार उनका खुद का भतीजा दिलशाद अहमद निकला। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी दिलशाद पुत्र रियाज अहमद ने ही अपने साथियों को चाचा नियाज का घर खाली होने की सूचना दी थी। जिसके बाद शातिर चोरों के गिरोह ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने चोरों के निशानदेही पर लाखों रुपए के गहने व चोरी हुई रिवाल्वर भी बरामद कर लिया। पूछताछ के दौरान चोरों ने बताया कि उन्होंने इलाहाबाद व वाराणसी समेत कई दूसरे सिटीज में कई चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है।

गिरोह में महिलाएं भी शामिल

एसएसपी उमेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि गिरोह के मेंबर्स बेहद शातिर तरीके से घटना को अंजाम देते थे। इनके गिरोह में महिलाएं भी शामिल हैं। जिससे घटना को अंजाम देने व चोरी का माल बेचने के दौरान उन पर कोई शक न कर सके। एडवोकेट के घर हुई चोरी के बाद जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। इनवेस्टीगेशन टीम प्रभारी मनोज रघुवंशी ने जब जांच शुरू की तो मुखबिर से सूचना पर ट्यूजडे को राजापुर कछार से आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। गिरोह में ज्यादातर मेंबर्स क्8 से ख्भ् एज ग्रुप के हैं। ये जुए की लत को पूरा करने के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम देते थे। पुलिस की गिरफ्त में आई एक महिला समेत सातों आरोपी कैण्ट एरिया के रहने वाले हैं।

टारगेट पर लगातार रखते थे नजर

रिवाल्वर समेत लाखों के गहने चोरी करने वाले गिरोह के सभी मेंबर्स के काम पहले से बंटे हुए थे। ये शिवकुटी, धूमनगंज, झूंसी व कैण्ट जैसे एरिया में लगातार रेकी करते थे। जिस घर में ताला लगा रहता था उस पर ये लगातार नजर रखते थे। रात एक बजे के बाद गिरोह के कुछ मेंबर्स घर में दाखिल होकर चोरी की घटना को अंजाम देते थे। जबकि बाकी मेंबर्स घर के बाहर खड़े होकर दूसरी गतिविधियों पर निगरानी करते थे। चोरी के माल को बचने में ये महिला मेंबर्स का यूज करते थे। जिससे किसी को भी इनके मंसूबों पर शक ना हो सके।