- झटके महसूस होते ही घर छोड़ सड़कों की ओर भागे लोग

- दो घंटे तक घरों में वापस जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए लोग

UNNAO: शनिवार को आए भूकंप के झटकों की दहशत से लोग उबर नहीं पाए थे कि रविवार दोपहर क्ख् बजकर ब्फ् मिनट पर एक बार फिर धरती कांपने लगी। झटके महसूस होते ही हर तरफ से 'भागोभूकंप आ गया, बाहर निकलो' की आवाजें आने लगीं। एक मिनट के भीतर घर खाली हो गए और सड़कों पर खचाखच भीड़ जमा हो गई। लोगों के जेहन में दहशत इस कदर बैठी थी कि करीब दो घंटे तक वापस घरों में जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे। नाते-रिश्तेदार, दोस्तों को फोन करके उनका हालचाल पूछते और आपबीती बताते रहे।

च्च्चे, बुजुर्गो के चेहरे पर खौफ

वैसे तो भूकंप से हर कोई डरा हुआ है लेकिन च्च्चे और चलने-फिरने में असमर्थ बुजुर्ग ज्यादा परेशान दिखे। भूकंप का शोर मचने पर बुजुर्ग हड़बड़ा गए तो च्च्चे चौतरफा भीड़ देखकर सहम गए। ऊंची ईमारतों में रहने वाले जैसे-तैसे नीचे पहुंच पाए। एक बार नीचे आने के बाद लोग बाहर ही खड़े अपने घरों को निहारते रहे लेकिन भीतर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे।

इन इलाकों में ज्यादा हलचल

सिविल लाइंस, बंधुहार, मोतीनगर, पीडी नगर, गांधी नगर, रामपुरी, प्रयाग नारायण खेड़ा, एबी नगर, कल्याणी, बड़ा चौराहा, छोटा चौराहा, आवास विकास कालोनी, लोक नगर, लोधनहार, कंजी, तालिबसराय आदि इलाकों में सड़कों पर ज्यादा भीड़ और हलचल दिखी।

हर तरफ भूकंप की चर्चा

भूकंप की दहशत ने संडे की छुट्टी का मजा किरकिरा कर दिया। घरों से निकल कर चौराहों पर शाम को जमा हुए लोग, चाय के होटल, पान की दुकान, हेयर सैलून जहां भी दो-चार लोग जमा हुए, सिर्फ भूकंप पर ही चर्चा हो रही थी।

कुछ ऐसा रहा लोगों का अनुभव

क्। सिविल लाइंस निवासी मनीष सिंह ने बताया कि वह घर पर कारीगरों और मजदूरों से मकान में काम करा रहे थे। दोपहर क्ख्:ब्फ् बजे अचानक फ्रिज और मेजें तेजी से हिलने-डुलने लगीं। वह तेजी से परिवार समेत घर के बाहर निकल पर सड़क के दूसरी छोर पर खड़े हो गए। काम कर रहे मजदूर- मिस्त्री तक काम छोड़कर भूकंप की दहशत से भाग खड़े हुए।

ख्। साइबर कैफे संचालक उत्तम मिश्रा ने बताया कि उनके कैफे में कंप्यूटर, मेजें और कुर्सियां तेजी से हिलने लगीं। उन्होंने शोर मचाकर आसपड़ोस में रहने वाले सभी लोगों को घरों से बाहर निकाला।

फ्। ब्यूटी पार्लर संचालिका गीता ने बताया कि जैसे ही उन्हें खुद भूकंप के झटके महसूस हुए, वह घर छोड़कर बाहर की ओर भाग खड़ी हुई।

ब्। गृहणी सरला तिवारी ने बताया जैसे ही घर के सामान हिलने लगे, वह च्च्चों को लेकर घर के बाहर सड़क पर आ गईं। भूकंप के लगातार झटकों ने भय पैदा कर दिया है।

भ्। मेडिकल स्टोर मालिक बृजेश अवस्थी ने बताया कि दुकान में रखी फ्रिज व दवाइयों की शीशियां अचानक आपस में टकरा कर खड़खड़ाने लगीं। ऐसा देखकर वह तुरंत दुकान छोड़कर सड़क की ओर भाग खड़े हुए। शीलू शुक्ला, मणिकांत व आशुतोष दीक्षित ने बताया कि वह लोग भी दहशत के कारण झटके लगते ही परिवार के सदस्यों के साथ घरों से बाहर आ गए।