इस दौरान उन्होंने सारंडा में नक्सली समस्या के साथ-साथ रोड, एजुकेशन, हेल्थ सहित कई मुद्दों पर बात की। सर्किट हाउस में उन्होंने कोल्हान के सभी प्रमुख सरकारी डिपार्टमेंट्स के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर कार्यो की समीक्षा की। मौके पर झारखंड के डीजीपी राजीव कुमार, एडीजी डी के पांडेय, रीजनल आईजी एमएस भाटिया और कोल्हान के कमिश्नर राकेश कुमार प्रेजेंट थे।

सारंडा में पुलिस बल बढ़ाने की जरूरत नहीं
गवर्नर के एडवाइजर सारंडा होते हुए जमशेदपुर पहुंचे। सर्किट हाउस में प्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सारंडा में नक्सल समस्या को हैैंडल करने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। उन्होंने फोर्स की संख्या बढ़ाने के बजाय उन्हें आधुनिक उपकरणों से लैस करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सारंडा के डेवलपमेंट के लिए दी गई 250 करोड़ की राशि पर्याप्त है।

वीरप्पन और सारंडा का comparison उचित नहीं
वीरप्पन की तरह सारंडा के लिए किसी एक्शन प्लान बनाए जाने के सवाल पर के विजय कुमार ने दोनों में कंपैरिजन को गलत बताया। उन्होंने कहा कि सारंडा की परिस्थितियां और वीरप्पन के जंगल की परिस्थितियां काफी अलग हैं। उन्होंने बताया कि वीरप्पन के पकड़े जाने के वक्त उसकी उम्र ज्यादा होने के साथ-साथ उसकी टीम भी काफी कमजोर हो गई थी। उन्होंने वीरप्पन को मारे जाने का क्रेडिट लेने से इंकार करते हुए कहा कि मैं उस ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहा था और यह संयोग है कि इस अभियान में वो मारा गया।

चार सप्ताह में सुधरेगी शहरबेड़ा से आसनबनी तक NH 33
विजय कुमार ने एनएच 33 का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने शहरबेड़ा से आसनबनी तक एनएच 33 की चार किलोमीटर लंबी सडक़ को चार विक  के अंदर ठीक किए जाने की बात कही। उन्होंने सडक़ की हालत पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ठेका कंपनी को चार विक के अंदर रोड को दुरुस्त करने को कहा गया है।

Teachers की होगी rationing
स्टेट में टीचर्स की काफी कमी है। इस समस्या को दूर करने के लिए उन्होंने राशनिंग की बात कही। उन्होंने कहा कि टीचर्स की बहाली समय लगने वाला काम है। ऐसे में उन स्कूल्स से जहां टीचर्स की संख्या अधिक है, वहां से कुछ टीचर्स को हटाकर वैसे स्कूल्स में भेजा जाएगा जहां काफी कमी है।

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in