जापान के संगीतकारों ने एक अनूठा विश्व रिकॉर्ड बनाया है और वो भी अपने वाद्ययंत्र को छुए बिना.

ये रिकॉर्ड थेरेमिन वाद्ययंत्र के साथ बनाया गया है जिसे दुनिया के सबसे पुराने इलेक्ट्रोनिक वाद्ययंत्रों में से एक माना जाता है. इसे बजाने के लिए छूने की जरूरत नहीं पड़ती है.

जापान के हामामात्सु शहर में एक कंसर्ट के दौरान 272 लोगों ने एक साथ थेरेमिन बजा कर ये विश्व रिकॉर्ड बनाया है.

इस कंसर्ट का आयोजन मासामी ताकेऊचिया ने कराया जिन्होंने रूस में थेरेमिन बजाना सीखा था. दरअसल रूस में ही 100 साल पहले लियोन थेरेमिन ने इस वाद्ययंत्र का आविष्कार किया था.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि हामामात्सु शहर में 272 लोगों ने एक साथ थेरेमिन बजाकर नया रिकॉर्ड बनाया है.

क्या है थेरेमिन

हाथ भी न लगाया और विश्व रिकॉर्ड बन गया

थेरेमिन इस लिए अनूठा वाद्ययंत्र है क्योंकि इसे बजाने के लिए छूने की जरूरत नहीं पड़ती है.

दरअसल इनमें एंटीना लगे होते हैं और इसे बजाने के लिए आपको अपने हाथ उसके इन एंटीना के पास ले जाने पड़ते हैं. इनमें एक लूप एंटीना होता है जिससे उसकी ध्वनि को नियंत्रित किया जाता है.

अगर आप हाथ को इस एंटीना के करीब लाते हैं तो उसकी आवाज़ तेज़ होने लगती है और उसके नज़दीक जाने वाल आवाज हल्की पड़ने लगती है.

थेरेमिन के दायीं तरफ एक ऊर्ध्वाधर एंटीना होता है. इससे वाद्ययंत्र की पिच बदलती है. एंटीना के पास जाने पर पिच बढ़ने लगती है जबकि दूर जाने वो घटती है.

इस यंत्र को बजाने में आपके कान बहुत अहम भूमिका निभाते हैं. आप जैसा सुनना चाहते हैं, हाथों को वैसे ही गतिशीलता देनी होगी.

सबसे पहले बनाए गए थेरेमिन को 1922 में लिओन थेरेमिन के साथ सोवियत संघ के नेता व्लादिमीर लेनिन ने भी बजाने का प्रयास किया था.

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