यह था मामला
शाम को करीब पांच बजे मेरठ कॉलेज हॉस्टल के कुछ स्टूडेंट कचहरी के पास सहकारी चौपले पर अमरूद के ठेले वाले के पास पहुंचे। आरोपियों ने ठेले से अमरूद लेकर खाए और जाने लगे। ठेले वाले ने जब पैसे मांगे तो स्टूडेंट्स ने उसकी जमकर पिटाई की। उसका ठेला पलट दिया।

लौटकर आई गुंडा फौज
कुछ देर बाद पचास से अधिक स्टूडेंट्स हॉकी डंडे और सरिया लेकर चौराहे पर पहुंचे। जहां जिसे देखा उसकी पिटाई शुरू कर दी। जितने ठेले खड़े हुए थे, उनको उलट दिया। ठेले वालों की जमकर पिटाई की। आसपास जूस की दुकानों में जमकर तोडफ़ोड़ की। दुकानों के अंदर का सामान बाहर फेंक दिया। दर्जनों दुकानों के काउंटर तोड़ दिए.

व्यापारियों ने लगाया जाम
चौराहे की और भागकर आ रहे व्यापारियों को देखकर आरोपियों ने पथराव भी किया। व्यापारियों की अधिक भीड़ को देखकर तोडफ़ोड़ करने वाले धमकी देते हुए भाग निकले। पीछा किया तो ये मेरठ कॉलेज के अंदर जा घुसे और गायब हो गए। व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन गुप्ता भी सूचना पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। डीआईजी के सत्यनारायण और एसपी सिटी ओपी सिंह, सीओ सदर, सीओ सिविल लाइंस व आसपास के थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई।

घायलों को कराया भर्ती
घटना के बाद व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया। सड़क जाम कर दीं। पिटाई में घायल दुकानदारों में जूस वाले पिंटू, संजय सोनकर, सरदार जी और सुरेश को पास के अस्पताल में मेडिकल के लिए भेजा।

लाखों का नुकसान
व्यापारियों का कहना है कि तोडफ़ोड़ और मारपीट के दौरान बदमाशों ने उनके गल्लों को भी लूट लिया। साथ ही सामान भी उठाकर ले गए। करीब आठ दुकानें और आधा दर्जन ठेलों पर तोडफ़ोड़ की गई। इसमें लाखों का नुकसान हुआ। पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर हॉस्टल में दबिश देकर गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।

"मेरठ कॉलेज के हॉस्टल में रहने वाले लड़के बताए गए हैं, जो यहां दुकानों और ठेलों से सामान उठाकर खाते हैं। विरोध करने पर दुकानदारों के साथ मारपीट करते हैं। हम चाहते हैं कि जो पढऩे वाले लड़के हैं वे पढ़ाई करें, जो गुंडागर्दी करते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो."
- नवीन गुप्ता, अध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ मेरठ

"आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिसने भी यह सब किया है उनको गिरफ्तार किया जाएगा। जिसके लिए दबिश दी जाएगी."
- ओंकार सिंह, एसएसपी