LUCKNOW: सेंट मीराज इंटर कॉलेज हिंद नगर की इंटरमीडिएट की छात्रा अजंली किंगरानी में अपने पिता का सपना पूरा किया। संडे को जारी हुए यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के रिजल्ट में अंजली ने 90.ख् परसेंट मॉ‌र्क्स प्राप्त किया है, जबकि दो साल पहले हाईस्कूल के एग्जाम में उसे 9ख्.क्म् परसेंट मॉ‌र्क्स मिले थे। अंजली के पिता सत्यभान किंगरानी एक छोटी से सब्जी के दुकान से अपना पूरा परिवार चलाते है। इसी दुकान से वह अपने बच्चों का पूरा खर्च उठा रहे है। पर वह भी पिछले कुछ समय से काफी बीमार चल रहे है। ऐसे में अंजली के दोनों बाद काम कर पूरे घर का खर्च और उसकी पढ़ाई का खर्चा उठा रहे है। सत्य भान बताते है कि उनके आठ बच्चें है छह लड़कियां और दो लड़के। जिसमें वह चार लड़कियों की शादी कर चुके है। जबकि उनके दो लड़के एक हार्डवेयर की दुकान में काम करते है। उनकी दोनों छोटी बेटियों को पढ़ने का शौक है। उनकी इस इच्छा को पूरा करने के लिए मैने उन दोनों को जहां तक पढ़ना है पढ़ाने की पूरी कोशिश कर रहा हूं। मेरी बेटी ने आज मेरा सपना पूरा कर दिया है। इतने परसेंट लाने के बाद मुझे लगता है मेरी बेटी आगे चलकर अपने सपनों को पूरा करेगी।

इंजीनियर बनकर पापा का सपना पूरा करूंगा

अवध कॉलिजिएट में पढ़ने वाले अविनाश मिश्रा ने संडे को जारी हुए इंटरमीडिएट के रिजल्ट में 88 परसेंट मॉ‌र्क्स प्राप्त किया है। अविनाश के पिता शिव बाबा मिश्रा ट्रासपोट नगर में एक कंपनी में पल्लेदारी का काम करते है। उसका सपना बड़ा होकर इंजीनियर बनने का है। इसके लिए वह अपनी तैयारियों में लगा हुआ है। अनिवाश बताते है कि इस बार जेईई मेंस का एग्जाम दिया था पर उम्मीद के हिसाब से सफलता नहीं मिली है। लेकिन इस एग्जाम से उसे आगे की तैयारियां कैसे करनी है उसके बारे में जानकारी मिली है। अविनाश के पिता शिव बाबा मिश्रा बताते है कि अविनाश अपनी मौसी के घर पर रहकर पढ़ाई करता है। वह बताते है कि जब वह छोटा था तब उसे गांव से लेकर आए थे, इसी स्कूल में जब एडमिशन के लिए उसने एंट्रेंस एग्जाम दिया था तक वह पास नहीं हो सका था। उसे दोबारा से पांचवी क्लास पढ़ाना पढ़ा था। उस समय से वह अपने पढ़ाई को लेकर काफी गंभीर हो गया था। घर की परेशानियों को जानते हुए भी उसने अपनी पढ़ाई पर इसका कोई असर नहीं पड़ने दिया। आज इसी का परिणाम है मेरा बेटा अपने सपने पूरे करने की ओर बढ़ रहा है।