i alert

- बीआरडी मेडिकल कॉलेज से लेकर जिला महिला अस्पताल तक एक्टिव है बच्चा चोर गिरोह

- अस्पताल के कर्मचारियों पर भी लग चुके हैं आरोप, पेशेंट व तीमारदारों का उठ रहा भरोसा

केस-1

4 मई को बिहार के पश्चिमी चंपारण के दुधौरा थानाक्षेत्र के लौकरिया की रहने वाली सरिता अपनी बहू अंजलि के साथ गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज पहुंची। जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया। इस दौरान हेल्थ एंप्लाइज ने बेटे के जन्म होने की बात कहकर मिठाई भी खा ली। आरोप है कि इसके बाद बेटे की जगह बेटी थमा दिया गया। विरोध करने पर मरीज व तीमारदार के साथ मारपीट भी की गई। 5 मई को मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जबरन बच्ची के साथ घर भेज दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वे गिड़गिड़ाते रहे लेकिन उनकी फरियाद नहीं सुनी गई।

केस-2

मार्च महीने में जिला महिला अस्पताल में झंगहा की रहने वाली एक महिला के बच्चा चोरी का मामला सामने आया था। परिजनों ने महिला अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की। साथ ही जांच के लिए गठित स्वास्थ्य टीम भी निगाहे गड़ाई थी। हालांकि जांच में पता चला कि महिला का अबॉर्शन हुआ था। उसे कोई बच्चा ही नहीं हुआ था। लेकिन, इस मामले के बाद बच्चा चोरी को लेकर लोग आशंकित हो उठे।

-------------

GORAKHPUR: यह दो मामले बताते हैं कि बीआरडी से लेकर जिला महिला अस्पताल तक किस तरह बच्चा चोरों का गैंग काम कर रहा है। कुछ ही महीनों में सरकारी अस्पतालों में बच्चा चोरी के कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें पुलिस ने बुधवार का एक बच्चा बरामद भी किया। बच्चा चोरी और बच्चा बदले जाने की शिकायतों के कारण अस्पतालों से अब पब्लिक का भरोसा उठने लगा है। इस माहौल में यदि आप अपने मासूम बच्चे के साथ अस्पताल जा रहे हैं तो उसकी निगरानी रखनी जरूरी है। साथ ही यदि डिलीवरी केसेज है तो तीमारदारों को सावधान रहना होगा कि कहीं बच्चा बदल न दिया जाए।

-----------

यह बरतें सावधानी

- यदि डिलीवरी केस है तो हमें प्रसूता की देखरेख के साथ निगरानी रखें।

- अपने आसपास घूम रहे संदिग्ध लोगों पर नजर रखें और उनसे सावधान रहें।

- बच्चा जन्म लेने के तत्काल बाद यह सुनिश्चित हो लें कि बेटा हुआ है या बेटी।

- इसके बाद भी लगातार बच्चे के आसपास बने रहें या फिर उसकी मॉनिटरिंग करते रहें।

- यदि आप छोटे बच्चे के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं तो उसे किसी अपरिचित के साथ घुलने-मिलने न दें।

- बच्चे को हमेशा निगरानी में रखें और उसके संपर्क में कोई अपरिचित आए तो सावधान हो जाएं।

- अस्पताल में सिर्फ बाहरी ही नहीं, बल्कि कर्मचारियों से भी सतर्क रहें क्योंकि कुछ मामलों में इन पर भी आरोप लगे हैं।

- कई बार ऐसा भी हो सकता है कि आप जिसे अस्पताल का कर्मचारी समझ रहे हों, वह कोई बाहरी निकल जाए। इसलिए हमेशा सावधान रहें।

- किसी भी व्यक्ति के बारे में संदेह होने पर तत्काल उसके बारे में पूरी जानकारी अस्पताल प्रशासन से लें।

- रात में बच्चे के साथ सोएं तो एक व्यक्ति जगकर उसकी रखवाली करें। इससे मरीज की भी देखभाल हो जाएगी।

------------------------

वह बोली, 12 हजार दो और बच्चा ले लो

- बीआरडी मेडिकल कॉलेज से मंगलवार को गायब बच्चा बुधवार को हुआ बरामद

- बच्चा चोरनी गिरफ्तार, दिखाने के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में करती हैं काम

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग से मंगलवार को चोरी हुए आठ माह के मासूम को पुलिस ने बुधवार को बरामद कर लिया। पुलिस ने कॉल कर कथित चोरनी से डील की और पैसा देने के लिए बुलवाया। जैसे ही वह आई, पुलिस ने उसे धर दबोचा। जैसे ही घर वालों को मासूम मिला, वे उससे लिपटकर रो पड़े। बच्चे की मां उसे अपने सीने से लगाकर काफी देर तक रोती रही। यह दृश्य देख अन्य लोगों की भी आंखें नम हो गई।

बच्चे की मां नहीं है इससे ले लो

आरोपी की पहचान तबस्सुम, निवासी रायगंज, राजघाट के रूप में की गई है। महिला ने पूछताछ में बताया कि उसने किसी के बहकावे में आकर ऐसा किया था। हालांकि पुलिस उससे पूछताछ में जुटी हुई है। उम्मीद है कि पूछताछ में कुछ और जानकारी हासिल हो सके।

प्रसव पीड़ा होने पर हुई एडमिट

खजनी एरिया के मझगांवा की रहने वाली आरती को प्रसव पीड़ा होने पर सोमवार को परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया। आरती को देखने के लिए ननद सुमन अपने आठ वर्षीय बेटे राजीव को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंची। मंगलवार की सुबह आरती ने बच्चे को जन्म दिया। लेबर रूम से डॉक्टर्स ने सुबह ही आरती को गायनी वार्ड में शिफ्ट कर दिया। सुमन भी अपने बेटे के साथ वार्ड में चली गई।

नींद खुली तो गायब था बच्चा

इसी बीच बेटा राजीव रोने लगा। उसे चुप कराने के लिए सुमन दूध पिलाने लगी। इसी बीच मां व बेटे को आंख लग गई। दस मिनट के बाद जब सुमन की आंख खुली तो बेटा गायब था। बेटे को गायब देखा तो वह बिलख पड़ी। रोते हुए उसने घर वालों को जानकारी दी। मौके पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन और पुलिस पहुंच गई। हालांकि पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपी महिला की तलाश में जुट गई थी। रात से ही पुलिस उस बच्चा चोरनी महिला की तलाश में लगी थी।

यह अनाथ है, अपने पास रख लो

तबस्सुम बीआरडी से बच्चे को चुराकर सीधे टाउन हाल के पास पान दुकान चलाने वाले रसूलपुर निवासी राधेश्याम के पास पहुंची। कहा कि इस बच्चे को ले लो। इसके मां-बाप नहीं हैं, यह अनाथ है। इसके बदले 12 हजार रुपये दे देना। यह कह महिला राधेश्याम को बच्चा सौंप कर चली गई। राधेश्याम ने पुलिस को बताया कि बुधवार को जब अखबारों में बच्चा चोरी की खबर पढ़ा तो उसे मामले की जानकारी हुई। इसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने राधेश्याम के पास से बच्चे को बरामद किया और कॉल कर आरोपी महिला को बच्चे के बदले पैसा देने के लिए टाउन हाल पर बुलवाया। महिला के आते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

मिल गया मेरा लाल

पुलिस की सूचना पर सुमन व अन्य परिजन पहुंच गए। बेटा राजीव को देखते ही मां ने उसे अपने कलेजे से लगा लिया और फफक कर रो पड़ी। घर वाले भी रोने लगे। राजीव के गायब होने के बाद से ही वे रो रहे थे। थाने पर सुमन पुलिस कर्मियों के पैरों में गिरकर रोने लगी और कहा कि उनके सहयोग से उसका बेटा मिल गया।

वर्जन

आरोपी महिला स्थानीय एक हॉस्पिटल में काम करती हैं। उसने बताया कि उसे पैसे की जरूरत थी इसलिए बच्चा चोरी किया। अभी महिला से पूछताछ की जा रही है।

चारू निगम, सीओ, गोरखनाथ