तीन मंजिला अपार्टमेंट की थी पूरी जानकारी

रेकी करके इतनी इंफार्मेंशंस कलेक्ट कर चुके थे कि शॉप के कोने-कोने के बारे में पता था। यह भी पता था कि शॉप में लगे सीसीटीवी के कैमरे का तार कहां-कहां से होकर गुजरा है। पहले से जानते थे कि न तिजोरी खोल सकते हैं और न ही लोहे के दरवाजे की कुंडी। इसलिए इसे काटने का सामान साथ लेकर आए थे। यानी किसी भी कीमत पर निराश न लौटने की पूरी तैयारी थी और वे अपने मकसद में पूरी तरह से सफल भी रहे।

सीसीटीवी को दी मात

विशाल और हर्ष जायसवाल सगे भाई हैं। ममफोर्डगंज के रहने वाले जायसवाल बंधु की कोठापार्चा में महालक्ष्मी ज्वैलर्स के ओनर हैं। तीन फ्लोर की इस बिल्डिंग के बेसमेंट और शॉप है और ऊपर दो फ्लोर खाली हैं। शॉप में तो चारों तरफ कैमरा लगा ही हुआ है सीढ़ी को भी कैमरे से कवर किया गया है। बेहतरीन क्वालिटी के कैमरे दिन के अलावा रात की पिक्चर्स भी क्लीयर खींच लेते हैं। इनीशियल लेवल पर सिक्योरिटी का यह अरेंजमेंट था तो शॉप के भी बनाई गई तिजोरी का ताला कुछ ऐसा था कि उसे तोडऩा लगभग नामुमकिन था। इतनी सिक्योरिटी के बाद भी ट्यूजडे मार्निंग जायसवाल बंधु शॉप पर पहुंचे तो शटर उठाने के बाद सन्नाटे में आ गए। आलमोस्ट पूरी शॉप चोर खाली करके जा चुके थे।

आधी रात बाद शुरू हुआ खेल

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम जांच के लिए पहुंची। शॉप के भीतर मिले फुट प्रिंट और सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ने चोरी की पूरी कहानी पुलिस के सामने रख दी। मिड नाइट के बाद चोर शॉप में पहुंचे थे। शॉप में इंट्री के लिए उन्होंने छत के रास्ते को चुना। बिल्डिंग के पीछे के रास्ते से वे थर्ड फ्लोर पर पहुंचे।

गैस कटर लेकर पहुंचे थे

थर्ड फ्लोर पर लोहे का दरवाजा इतना मजबूत था कि चोर इसे किसी भी कीमत पर तोड़ नहीं सकते थे। चोरों ने इसकी काट निकाली और दरवाजे के साथ छेड़छाड़ करने की जगी दीवार में ही सेंध लगा दी। इतना बड़ा होल बना लिया कि आसानी से भीतर प्रवेश कर सकें। इसके बाद गैस कटर की मदद से उन्होंने लोहे के दरवाजे की कुंडी काट दी। कमरे में पहुंचने का रास्ता क्लीयर हो गया तो उन्होंने सीसीटीवी कैमरे के तार को टारगेट किया और चार कैमरों के तार काट भी डाले। अब वह थर्ड फ्लोर से सेकंड फ्लोर पर पहुंच चुके थे।

सिलिंग में बने दरवाजे को काटा

सेकंड फ्लोर से शॉप के भीतर जाने का और कोई ऑप्शन नहीं मिला तो चोरों ने सीलिंग में बने दरवाजे को काट दिया। गैस कटर ने यह काम आसान कर दिया था। इसके बाद सीढ़ी के सहारे नीचे उतर गए। अब उनका टॉरगेट तिजोरी खोलना था। चोरों ने शो केस में लगी सोने की ज्वैलरी को बैग में भर लिया फिर तिजोरी के ताले पर केन्द्रित हो गए। कामयाबी नहीं मिली तो उन्होंने गैस कटर की मदद से काटकर तिजोरी के भीतर रखा पूरा सामान समेट लिया। शॉप के अंदर ही एक तिजोरी दीवार के साथ फिक्स्ड करके बनाई गई थी। चोरों की नजर उस पर भी पड़ी लेकिन वे ताला नहीं तोड़ सके। आशंका जताई जा रही है कि चोरों के हाथ करीब एक करोड़ रुपए मूल्य के जेवरात व अन्य सामान लगे हैं। वैसे शॉप ओनर ने दस लाख तक का माला चोरी जाना बताया है।

लेकिन चोर निशान तो छोड़ ही देता है

चोर बेहद शातिर थे फिर भी एक चूक हो गई। उन्होंने चार कैमरों के तार तो काट दिए लेकिन एक सीसीटीवी कैमरे का तार उनकी नजरों से बच गया। इस कैमरे की जद में आते ही सभी का चेहरा कैद हो गया। फुटेज के अनुसार चोर रात में 1.29 बजे शॉप के भीतर थे। फुटेज में एक युवक का चेहरा साफ नजर आता है। जबकि तीन अन्य अपना चेहरा रुमाल से कवर किए हुए दिख रहे हैं।