-सोमवार को कार्डियोलॉजी से डॉक्टर की बाइक चोरी

-इमरजेंसी और रजिस्ट्रेशन काउंटर से हर दिन पॉकेटमारी

-हॉस्टल में लगे सभी सीसीटीवी खराब, सुपरवाइजर ने की कंप्लेन

>ranchi@inext.co.in

RANCHI (16 Jan): अगर आप भी रिम्स में इलाज कराने जा रहे हैं, तो अपना पर्स बचाकर रखें। थोड़ा भी आपका ध्यान हटा तो चोर आपका पर्स ले उड़ेगा। इसके बाद आपके पास अफसोस करने के अलावा कोई चारा नहीं होगा। वहीं कंप्लेन करने के बाद भी आपको न तो पर्स वापस मिलेगा और न ही पैसे। ऐसे ही आधा दर्जन मामलों की कंप्लेन रिम्स में हर दिन की जा रही है। इसके बावजूद रिम्स में चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने में रिम्स प्रबंधन नाकाम साबित हो रहा है। सोमवार को भी कार्डियोलॉजी कैंपस से एक डॉक्टर की बाइक चोरी हो गई। बताते चलें कि हास्पिटल में व्यवस्था पर नजर रखने के लिए लाखों रुपए खर्च करके सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

इमरजेंसी में भीड़ का फायदा

हास्पिटल के इमरजेंसी और रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की अधिक भीड़ रहती है। इसका फायदा उठाकर पॉकेटमार आपकी जेब पर हाथ साफ कर रहे हैं। इसका पता तब चलता है, जब आपको पैसे की जरूरत पड़ती है। इसके बाद तो होश ही उड़ जाते हैं।

हॉस्टल के सभी सीसीटीवी खराब

बीते दिनों घटनाओं को देखते हुए सभी हॉस्टलों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, ताकि हास्टल में आने वाले बाहरी लोगों पर नजर रखी जा सके। लेकिन हॉस्टल में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खराब हो चुके हैं। इसकी कंप्लेन मंगलवार को सिक्योरिटी सुपरवाइजर ने डायरेक्टर से की है। साथ ही इसे जल्द से जल्द ठीक कराने को भी कहा है।

केस-1

डॉक्टर का मोबाइल हुआ था चोरी

पिछले महीने रिम्स के एनाटॉमी डिपार्टमेंट के एक डॉक्टर का मोबाइल चोर ने उड़ा लिया था। हालांकि बाद में उसे ढूंढकर लोगों ने पकड़ा, लेकिन उनका मोबाइल नहीं मिल पाया था।

केस 2

इमरजेंसी की लाइन में उड़ाया पर्स

सोमवार को इमरजेंसी में एक व्यक्ति अपने परिजन का इलाज कराने आया था। इमरजेंसी की पर्ची कटाने के लिए वह लाइन में खड़ा था। इस बीच किसी ने उसका पर्स उड़ा लिया। जिसमें पैसे और कागजात थे।

वर्जन

बार-बार पॉकेटमारी और चोरी की खबर मिल रही हैं। कुछ जगहों पर सीसीटीवी नहीं है। अब इतने लोग रिम्स आते हैं, तो एक-एक आदमी पर नजर रख पाना भी संभव नहीं है। डायरेक्टर को इसकी सूचना दे दी गई है।

-डॉ। गोपाल श्रीवास्तव, डिप्टी सुपरिटेंडेंट, रिम्स

कंप्लेन मुझे मिली है और बाइक चोरी की एफआइआर दर्ज करा दी गई है। पुलिस की मदद से बाइक चोर को पकड़ने के लिए सिक्योरिटी को कहा गया है।

-डॉ। आरके श्रीवास्तव, प्रभारी डायरेक्टर, रिम्स