-क्राइम ब्रांच ने चोर और खरीदार को किया गिरफ्तार

-अलग-अलग होटलों से चोरी 25 एलईडी-एलसीडी टीवी बरामद

<-क्राइम ब्रांच ने चोर और खरीदार को किया गिरफ्तार

-अलग-अलग होटलों से चोरी ख्भ् एलईडी-एलसीडी टीवी बरामद

BAREILLY: BAREILLY: होटलों में रूम बुक कराकर वहां से एलसीडी-एलईडी टीवी चोरी करने वाले गैंग का क्राइम ब्रांच ने भंडाफोड़ किया है। टीवी चोरी करने वाले और उसे खरीदने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से ख्भ् टीवी बरामद किए गए हैं। अलग-अलग शहरों के होटलों से चोरी की गई इन महंगी टीवी को महज ख् से फ् हजार रुपए में बेच दिया जाता था।

मिनी बाईपास पर की थी चोरी

एसपी क्राइम रमेश कुमार भारतीय ने बताया कि क् अगस्त ख्0क्8 को मिनी बाईपास पर किला स्थित अशोका होटल से 7 एलईडी टीवी चोरी हुई थीं। अपने तरह के इस पहले मामले की जांच के दौरान क्राइम ब्रांच को मुखबिर से हरिद्वार के भगवानपुर निवासी दिलशाद के बारे में पता चला। टीम ने उसका नंबर सर्विलांस पर डालकर उसे ट्रेस किया। जब पक्के सबूत मिल गए तब थर्सडे की रात रिजवान को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने हरिद्वार में रुड़की स्थित रसूलपुर के मेहरबान का नाम बताया। मेहरबान की रुड़की में मोबाइल शॉप है और वह ही चोरी की एलईडी टीवी खरीदता था।

इन होटलों में चोरी का खुलासा

पुलिस पूछताछ में दिलशाद ने बताया कि वह पहले सहारनपुर में लकड़ी पर पेंटिंग का काम करता था। उसने एक रिश्तेदार के साथ मिलकर होटल से टीवी चोरी की थी। इसके बाद से उसने खुद ही एलईडी टीवी चोरी करना शुरू कर दिया। उसने बिजनौर के पंचवटी होटल से क्0, हरियाणा में कैथल के फेस्टिवल होटल से 7, पंजाब में मोहाली के रॉयल कॉटेज होटल से 8 एलईडी टीवी चोरी की थीं।

एडवांस रुपए देकर जीतता थ्ा भरोसा

दिलशाद ने पुलिस को बताया कि वह किसी भी शहर के अच्छे होटल में जाता था। वह वहां पर खुद को कभी कंपनी का मैनेजर, कभी टीचर तो कभी कुछ बता देता था। वह कहता कि कंपनी के लोग इवेंट की वजह से रुकेंगे या फिर बता देता था कि परिवार के लोग रुकेंगे। वह होटल में रूम बुक कराने के लिए फर्जी आईडी लगाता था और एडवांस रुपए जमा कर देता था। जिससे होटल स्टाफ को शक नहीं होता था। वह होटल स्टाफ से रात में साथियों के आने का बहाना बनाकर सभी कमरों की चाबी ले लेता था। जब होटल का स्टाफ रात में सो जाता था तो वह सभी रूम की एलईडी टीवी खोल लेता था।

इस तरह से करता था चोरी

वह फर्जी आईडी के लिए मेहरबान की मोबाइल शॉप से आईडी ले लेता था और अपना फोटो लगाकर कलर्ड प्रिंट निकाल लेता था। वह अपने साथ दो प्लास्टिक के बड़े बैग रखता था। वह इन्हीं बैग में होटल की चादर और तौलिया में लपेटकर एलईडी टीवी बैग में रख लेता था और रात में ख् से ब् बजे के बीच में वहां से फरार हो जाता था। जरूरत पड़ने पर वह होटल के किसी कर्मचारी को भी शामिल कर लेता था। उसने खुद के गे होने का भी खुलासा किया है, जिसके जरिए भी कर्मचारियों को अपने जाल में फंसाता था।