रोजाना इस्‍तेमाल होने वाली वो चीजें जो अगले 50 साल बाद नहीं दिखेंगी

पेन ड्राइव :

एक डिवाइस से दूसरी डिवाइस में डाटा ट्रांसफर के लिए यूज होने वाली पेन ड्राइव अगले 50 सालों में इतिहास बनने वाली है। कंप्यूटर या फोन मेकर कंपनियां अब यूएसबी पोर्ट सिस्टम खत्म कर रही है। इन कंपनियों ने डिवाइस में ही ज्यादा से ज्यादा स्टोरेज का ऑप्शन ढूंढ लिया है। ऐसा कहा जा सकता है कि 2050 तक पेन ड्राइव का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।

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प्रोफेशनल कैमरा :

स्मार्टफोन में जिस तरह से बदलाव हो रहे हैं। वो दिन दूर नहीं जब प्रोफेशनल फोटोग्रॉफी भी स्मार्टफोन से हुआ करेगी। सोनी, गूगल और सैमसंग जैसी कंपनियां आएदिन नई-नई टेक्नोलॉजी के साथ आ रही हैं। इन फोनों में कैमरा क्वॉलिटी भी काफी अच्छी है। ऐसे में प्रोफेशनल कैमरा आगे चलकर बंद हो जाएंगे।

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सिक्के और नोट :

भारत जैसे देश में पीएम मोदी कैशलेस को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे में दुनिया के कई विकसित देश पूरी तरह से कैशलेस व्यवस्था की ओर एक और कदम बढ़ा सकते हैं। अनुमान है कि आने वाले समय में सिक्कों और रुपयों का चलन बंद हो जाएगा। सभी ट्रांजैक्शन ऑनलाइन होंगे।

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प्लॉस्टिक बैग :

प्लॉस्टिक बैग जिसे बनाने में कुछ मिनट लगते हैं लेकिन यह हजारों साल तक खत्म नहीं होता। प्लॉस्टिक बैग से पर्यावरण को ज्यादा खतरा है। वो दिन दूर नहीं, जब दुनिया के अधिकतर देश पॉलीथीन पर पांबदी लगा देंगे।

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इलेक्ट्रिक वाहन :

आने वाले समय में सभी वाहन निर्माता इलेक्ट्रिक व्हीकल पर जोर देंगे। वाहनों से निकलने वाला धुआं पर्यावरण के लिए कितना हानिकारक है। यह हम सभी जानते हैं। ऐसे में ई व्हीकल मार्केट में ज्यादा बिकेंगे। और पेट्रोल या डीजल से चलने वाले वाहनों की कमी हो जाएगी।

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चाभी :

आने वाली पीढ़ियां चाभी देखकर आश्चर्य में पड़ जाएंगी। क्योंकि आधुनिक युग में फिजिकल लॉक की जगह स्मार्ट लॉक आ गए हैं। कई कार कंपनियों ने तो पुश बटन इग्निशन के साथ गाड़ियां भी उतार दी हैं।

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न्यूजपेपर या प्रिंट :

इंटरनेट के विस्तार और डिजिटाइलेजशन के बाद प्रिंट इंडस्ट्री के वजूद का खतरा बढ़ गया है। स्मार्टफोन के आने से हर खबर अब ऑनलाइन मिलने लगी है। बस एक क्लिक करिए और सबकुछ आपके सामने होगा। ऐसे में प्रिंट इंडस्ट्री कितने सालों तक चलेगी यह कोई नहीं कह सकता।

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