- नौ सीटों पर 13 हजार से अधिक वोट

- बाह मतदाताओं ने सबसे ज्यादा प्रत्याशियों को नकारा

आगरा। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन को लेकर जनता के बीच नाराजगी भी देखी गई। उन्हें यूपी विधानसभा चुनाव में पहली बार ईवीएम में नोटा का ऑप्शन दिया गया, जिससे उन्होंने अपनी नाराजगी भी जाहिर की। जिले में नोटा पर जमकर वोट की चोट की गई और प्रत्याशियों को नकारा गया। हालांकि ये वोट जीत-हार में फर्क नहीं डाल सके, लेकिन नोटा में अधिक संख्या में वोटरों का रूझान राजनीति में बदलाव के संकेत जरूर दे रहा है। इसमें सबसे ज्यादा बाह में नोटा पर वोट पड़े।

बाह में सबसे अधिक नोटा का यूज

विधानसभा चुनाव में पहली बार नोटा (नन ऑफ दे एबव) की बटन ईवीएम में दी गई। इसका जिले के वोटरों ने जमकर प्रयोग किया। जिले की सभी नौ सीटों पर नोटा की बटन दबाई गई। बाह की जनता में सबसे ज्यादा प्रत्याशियों के प्रति आक्रोश दिखा। यहां पर सबसे ज्यादा नोटा पर वोट पड़े। 2214 वोटरों ने नोटा का प्रयोग कर सभी प्रत्याशियों को नकार दिया। वहीं सबसे कम 753 वोट आगरा दक्षिण से नोटा पर पड़े। इस तरह से कुल नौ सीटों पर 13 हजार 703 वोट नोटा पर डाले गए। ये संख्या काफी बड़ी है।

लोकसभा चुनाव में किया गया था इस्तेमाल

वैसे नोटा का इस्तेमाल लोकसभा चुनाव 2014 में किया जा चुका है, लेकिन विधानसभा में पहली बार इस्तेमाल में लाया गया। दरअसल लोगों की मांग थी कि प्रत्याशी को नकाराने के लिए भी ईवीएम में बटन होनी चाहिए। इसी पर ईवीएम में नोटा का इस्तेमाल शुरू किया गया। जिला आगरा में नोटा का जमकर प्रयोग हुआ।