- फीलखाना पुलिस ने 9वीं के स्टूडेंट पर की शांति भंग की आशंका की कार्रवाई

-घर पर समन पहुंचने पर हैरान हुए परिजन, कहा करियर खराब करने के लिए किया

शातिर क्रिमिनल्स पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं। चोर-लुटेरों ने पब्लिक का सड़क पर निकलना दूभर कर रखा है। मोस्ट वांटेड बदमाशों की लिस्ट लंबी होती जा रही है। लेकिन शहर को खतरा है 13 साल के बच्चे से। जी हां, फीलखाना पुलिस ने बच्चे पर शांति भंग की कार्यवाही की है। बेटे के खिलाफ कोर्ट से समन पहुंचा तो घरवालों के होश उड़ गए। ये कारनामा किया है फीलखाना थाना पुलिस ने। परिजनों ने वकील से सलाह लेने के साथ ही सीनियर ऑफिसर्स से भी शिकायत की है।

रंजिश का मामला

फीलखाना में रहने वाले केसी दीक्षित की फैमिली में पत्नी मीना और दो बेटे हैं। जिसमें 13 साल का दीपक केंद्रीय विद्यालय में 9वीं का स्टूडेंट है, जबकि छोटा चौथी क्लास में पढ़ता है। केसी दीक्षित के मुताबिक, जिस मकान में वो रहते हैं, उसे पत्नी मीना के नाना ने दिया है। इसी को लेकर मीना के ममेरे भाई गिरजा शरण उनसे रंजिश मानते है। मीना का आरोप है कि 30 जून को पति ऑफिस गए थे और वह बाजा गई थीं। घर पर दोनों बेटे अकेले थे। तभी गिरिजाशरण कुछ साथियों समेत घर पर जबरन घुस गए। उन लोगों ने दीपक का गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की, लेकिन छोटे बेटे के चिल्लाने पर इलाकाई लोग वहां पहुंच गए। जिन्हें देखकर आरोपी भाग गए।

सीनियर्स से की शिकायत

केसी दीक्षित ने पूरे मामले की शिकायत थाने में की लेकिन पुलिस ने खानापूरी कर आरोपियों को छोड़ दिया। साथ ही उनके बेटे दीपक पर शान्ति भंग की आशंका (1077/क्म्) की कार्रवाई कर दी। सोमवार को उन्हें सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट से समन मिला, तो उन्हें इसकी जानकारी हुई। उनका आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों के साथ मिलकर बेटे का करियर खराब करने के लिए उस पर कार्रवाई की है।