Prepare for all!

न्यू फाइनेंशियल ईयर: आज से नये फाइनेंशियल ईयर की शुरूआत हो रही है। सेविंग, इनवेस्टमेंट, परचेजिंग, फॉरेन ट्रैवलिंग, ऑनलाइन परचेजिंग समेत आपका हर एक फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन न्यू फाइनेंशियल ईयर यानि 2013-14 के लिए होगा।

सब्सिडी वाले सिलेंडर: एक फैमिली पर नौ सिलेंडर की सब्सिडी की योजना आज से प्रभावी रूप से लागू होगी। आज से बुकिंग कराने पर नौ सिलेंडर ही 417.50 रुपए में मिलेंगे। इससे ज्यादा सिलेंडर के लिए कंज्यूमर को 933 रूपए में मिलेगा।

गुटखे पर बैन : सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के तहत आज से यूपी के सभी शहरों में गुटखे की बिक्री नहीं होगी। इसे सुनिश्चित कराने का जिम्मा जिला प्रशासन का होगा। एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने बताया कि फूड सेफ्टी ड्रग अथॉरिटी (एफएसडीए) की टीमें बना दी गई हैं, जो गुटखा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगी। हालांकि, आज ही सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई भी है।

सेट टॉप बॉक्स : ट्राई की गाइडलाइंस के तहत आज से सिर्फ उन्हीं घरों में केबल का प्रसारण होगा। जहां सेट टॉप बॉक्स लगा है। हालांकि, सीएम अखिलेश यादव ने डेट एक्सटेंशन की रिक्वेस्ट की है, लेकिन अभी तक फैसले में बदलाव नहीं किया गया है। बजट के हिसाब से सेट टॉप बॉक्स की कीमतों में भी इजाफे की संभावना है।

एसी रेस्टोरेंट में खाना मंहगा : एसी रेस्टोरेंट में खाना-पीना भी मंहगा हो जाएगा। इसमें 4.75 परसेंट ज्यादा टैक्स चुकाना होगा। मसलन, अगर अब तक आपको किसी रेस्टोरेंट का बिल 500 रूपए अदा करना पड़ता था। तो अब उतने ही ऑर्डर के लिए आपको 523.75 रूपए चुकाने होंगे।

मोटर इंश्योरेंस : गाडिय़ों का इंश्योरेंस करवाने के लिए अब जेब ज्यादा ढीली करनी होगी। गाडिय़ों के मॉडल के हिसाब से कस्टमर से प्रीमियम चार्ज किया जाएगा। इसमें कार ओनर्स को 900 रूपए से लेकर 3500 रूपए तक का एक्स्ट्रा बर्डन बियर करना पड़ेगा।

हाउस टैक्स : नगर निगम ने आज की डेट से ही कानपुर में हाउस टैक्स (मंथली रेंटल रेट) बढाने की घोषणा की थी। असर यह होगा कि अब हर एक मकान मालिक को 15 परसेंट एक्स्ट्रा हाउस टैक्स चुकाना होगा। हालांकि, अभी भी हाउस टैक्स कम किये जाने को लेकर खींचतान मची हुई है।

वॉटर और सीवर टैक्स : हाउस टैक्स (मंथली रेंटल रेट) बढऩे से वॉटर और सीवर टैक्स में भी इजाफा हो जाएगा। इसके लिए जलकल डिपार्टमेंट में कैल्कुलेशन भी पूरी हो चुकी है। यह टैक्स हाउसटैक्स से भी महंगे साबित होने हैं। क्योंकि हाउस टैक्स तो केवल एनुअल रेंटल वैल्यू केवल 12.5 परसेंट ही पड़ता है। जबकि वॉटर व सीवर टैक्स मिलाकर यह 16.5 परसेंट तक पहुंच जाएगा।

मोबाइल और सिगरेट : दो हजार से ज्यादा कीमत के मोबाइल खरीदने पर छह परसेंट ज्यादा टैक्स अदा करना होगा। इसी तरह सिगरेट के कश लगाने पर भी 18 फीसदी ज्यादा टैक्स अदा करना होगा।

विदेशी कारें और बाइक भी : इम्पोर्टेड कारें और बाइक भी मंहगे हो जाएंगे। इम्पोर्ट ड्यूटी 75 से 100 परसेंट कर दी गई है। वहीं 800 सीसी से ज्यादा पॉवर वाली बाइकों के दामों में  भी इजाफा कर दिया गया है।

मकान भी महंगा : मकान की मैटीरियल कॉस्ट में भी बढ़ोतरी की गई है। उत्पाद शुल्क की वजह से मार्बल तो महंगा हुआ ही है। बेमौसम बारिश के कारण सीमेंट-मौरंग और ब्रिक्स के दाम भी बढ़ गये हैं। पहले जहां एक पत्थर 4 रुपये का आता था। आज उसी की कीमत बढक़र 6 रूपए हो गई है।

प्रॉपर्टी ट्रांसफर पर भी : मकान बनवाना तो महंगा हुआ ही, अगर आप कोई प्रॉपर्टी ट्रांसफर करवा रहे हैं और उसकी कीमत 50 लाख से ज्यादा है तो आपको 1 परसेंट एक्स्ट्रा टीडीएस चुकाना होगा। एग्रीकल्चरल लैंड इसमें शामिल नहीं किया गया है।

सेविंग पर भी : अगर आपका पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ एकाउंट है तो आज से आपको डिपॉजिट मनी पर 0.1 परसेंट कम ब्याज मिलेगा। इसे 8.8 परसेंट से रिड्यूस करके 8.7 परसेंट कर दिया गया है।

ई-स्टॉम्प : प्रॉपर्टी की सेल-परचेज के लिए इस्तेमाल होने वाले स्टॉम्प पेपर की जगह ई-स्टॉम्प की शुरूआत होनी है। गवर्नमेंट ने बाकायदा एडमिनिस्ट्रेशन को सर्कुलर भी जारी कर दिया है। इसकी मदद से सेल या परचेजर को हजारों की कीमत के स्टॉम्प पेपर्स के बजाय बैंक जाकर पेमेंट करना होगा।

रेलवे टाइम टेबल : एक अप्रैल से ही रेलवे का टाइम टेबल बदल जाएगा। जिन लोगों का आज की डेट में रिजर्वेशन है, उन्हें तो नये टाइमिंग के हिसाब से टिकट मिली होगी, लेकिन नॉर्मल पैसेंजर को ट्रेन पकडऩे से पहले नया टाइम टेबल जरूर देख लेना चाहिए।  

किराया और माल ढुलाई भी : आम बजट की घोषणा के हिसाब से रेलवे फेयर और माल ढुलाई में भी आज से इजाफा हो गया है। तत्काल पर 15-100 रूपए, रिजर्वेशन में  एसी के लिए 15-25 रूपए, सुपरफास्ट 10-25 रूपए, टिकट कैंसिल कराने पर 20-50 रूपए एक्स्ट्रा देने होंगे।

सीएनजी-पीएनजी : पेट्रोल-डीजल के बाद सीएनजी-पीएनजी पर भी महंगाई की आग लग जाएगी। ऐसा इंटरनेशनल लेवल पर क्रूड ऑयल की कीमतों में होने वाला इजाफा है। लिहाजा, ईको-फ्रेंडली वेहिकल्स को सडक़ पर दौड़ाने के लिए यूजर की जेब यहां भी कटेगी।