हो रहा Oxytocin का यूज
प्रिवेंशन टू क्रुएल्टी टू एनिमल्स एक्ट के तहत जानवरों में लैक्टेशन बढ़ाने के लिए किसी तरह के इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक है। ऐसा करने पर एक हजार रुपए तक फाइन या दो साल तक की कैद या फिर दोनों का प्रोविजन है। इसके अलावा अन्य कानून के तहत भी जानवरों पर ऑक्सीटोसिन जैसे ड्रग्स के इस्तेमाल पर बैन है। ड्रग इंस्पेक्टर सुमंत कुमार तिवारी ने कहा कि गवर्नमेंट के स्पेशल लॉ के अंतर्गत ऑक्सीटोसिन पर कंप्लीट बैन है। लेकिन इन सारे कानूनों के बावजूद सिटी में इसका इस्तेमाल धड़ल्ले से जारी है। कई जगहों पर दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए जानवरों को इलीगल तरीके से ऑक्सीटोसिन का इंजेक्शन दिया जाता है। ड्रग इंस्पेक्टर ने कहा कि इलीगल तरीके से इस ड्रग की सेलिंग सिटी में की जा रही है।

Doctors दे रहे परहेज की सलाह
मिलावट के चलते अब डॉक्टर दूध का इस्तेमाल न करने की सलाह देने लगे हंै। गायनिकोलॉजिस्ट डॉ बीके चौधरी ने कहा कि मिलावट को देखते हुए वे अब प्रेग्नेंट महिलाओं का दूध ना पीने की सलाह देते हैं। कई जगहों पर दूध निकालने के लिए गाय और भैंस को ऑक्सीटोसिन का इंजेक्शन दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे दूध में ऑक्सीटोसिन की मात्रा होती है। इसकी वजह से बच्चेदानी में कंपन होता है जिससे प्रीमैच्योर डिलीवरी के चांसेज रहते हैं। गायनिकोलॉजिस्ट डॉ रेणुका चौधरी भी भी कुछ ऐसी ही सलाह देती हैं। उनका मानना है कि दूध में मिलाए जाने वाले यूरिया, डिटर्जेंट सहित अन्य एडल्टरेंट प्रेग्नेंट वूमेन और बच्चों के लिए बेहद नुकसानदेह होते हैं। इसलिए वे पेशेंट्स को ऐसे दूध से पूरी तरह परहेज करने की सलाह देती हैं।

'जानवरों के लिए ऑक्सीटोसिन के इस्तेमाल पर पूरी तरह बैन है। इसके बावजूद सिटी में चोरी-छुपे इसकी बिक्री हो रही है। ऐसे मामले का पता चलने पर सख्त कारवाई होती है.'
-सुमंत कुमार तिवारी, ड्रग इंस्पेक्टर

'जांच के लिए आने वाले दूध के सैैंपल्स में से कई अनसेफ कैटगरी के होते हैं। इनमें पानी, स्टार्च, चीनी जैसी चीजों की मात्रा भी मिलती है.'
-जेके सिंह, फूड एनालिस्ट, फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट

'दूध में ऑक्सीटोसिन की मात्रा होने पर ये प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए बेहद नुकसानदेह होता है। मिलावट को देखते हुए मैैं अब तो प्रेग्नेंट महिलाओं को दूध ना पीने की सलाह देता हूं.'
-डॉ बीके चौधरी, गायनिकोलॉजिस्ट

'मिलावटी दूध हेल्थ के लिए बेहद नुकसानदेह है खासकर प्रेग्नेंट महिलाओं और होने वाले बच्चे पर इसका बुरा असर पड़ता है। इसलिए मैं ऐसे दूध का इस्तेमाल ना करने की सलाह देती हूं.'
-डॉ रेणुका चौधरी, गायनिकोलॉजिस्ट

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in