दिल्ली में किया लॉन्च

हाल ही में दिल्ली में हुए फाउंडेशन के इंटरनेशनल सेमिनार में इस प्रोजेक्ट को लॉन्च किया गया था। सेमिनार में योगिता ने उत्तराखंड को रिपे्रजेंट किया। इस दौरान श्रीलंका, ऑस्ट्रिया और ऑस्टे्रलिया आदि कंट्रीज के प्रतिनिधि भी पहुंचे थे। इंडिया से करीब एक दर्जन से अधिक लोगों ने इस सेमीनार में पार्टिसिपेट किया और कार्बन पॉल्यूशन को रोकने के लिए डिफरेंट टॉपिक पर अपना प्रोजेक्ट तैयार किया।  

लोगों को करेंगे अवेयर

कार्बन पॉल्यूशन को रोकने के लिए एयर, वाटर, एनर्जी, वेस्ट और बॉयोडायवर्सिटी इन पांच चीजों पर प्रोजेक्ट तैयार किया। योगिता ने एनर्जी पर फाइव टॉपिक के तहत एक प्रोजेक्ट तैयार किया। इसके तहत इलेक्ट्रिसिटी यूज, पेट्रोल,डीजल, एलपीजी, कार्बन सिक्वेस्चरेशन प्वॉइंट पर यह प्रोजेक्ट तैयार किया। सीडी में तैयार किए गए इस प्रोजेक्ट में विद डायग्राम और एक्सपेरिमेंट कार्बन पॉल्यूशन के बारे में अवेयर किया गया है और इसको रोकने के लिए उपाय भी बताए गए हैं।

स्कूल्स में चलाया जाएगा प्रोग्राम

योगिता के अनुसार सेमिनार में डिफरेंट टॉपिक पर प्रोजेक्ट मिले। इसके बाद सभी प्रोजेक्ट को मिलाकर एक कॉमन प्रोजेक्ट को लॉन्च किया गया। ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लाइमेट चेंज तैयार यह प्रोजेक्ट कुछ ही दिनों में क्रद्गस्रह्वष्ड्डह्लशह्म्ह्य.ष्द्यद्बद्वड्डह्लद्ग ह्म्द्गड्डद्यद्बह्ल4.शह्म्द्द.ड्डह्व वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा, जिसके बाद कोई भी व्यक्ति इसका बेनिफिट ले सकता है। इसके अलावा डिफरेंट एरिया में वर्कशॉप ऑर्गनाइज की जाएगी, जिसमें टीचर्स को टे्रनिंग दी जाएगी। इसके बाद स्कूल्स में अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया जाएगा।

कैसे निपटे ग्लोबल वॉर्मिंग से

वर्तमान में एटमॉस्फेयर में सीओ टू की मात्रा 60 प्रतिशत इलेक्ट्रिसिटी व 72 प्रतिशत पेट्रोल के उपकरणों से निकलता है। हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के बजाए सोलर पावर प्रोजेक्ट को अपनाया जाए। सोलर एनर्जी को अत्याधिक मात्रा में प्रयोग किया जाए। प्लास्टिक का यूज बंद करते हुए जूट आदि के कैरीबैग आदि का प्रयोग करे। डेक्सटॉप के बजाए लैपटॉप का प्रयोग करें क्योंकि डेक्सटॉप 90 प्रतिशत अधिक पावर खर्च करता है। कपड़े वॉशिंग मशीन में सुखाने के बजाए धूप में सुखाएं और वॉशिंग मशीन में हॉट वॉशिंग बटन सिलेक्ट न करें क्योंकि इससे कार्बनडाई ऑक्साइड रिलीज होती है। पर्सनल व्हीकल यूज करने के बजाए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज करें। इस प्रकार कई ऐसे टॉपिक हैं, जो इस प्रोजेक्ट में शामिल किए गए हैं।

मेलबर्न में ली थी ट्रेनिंग

दून में टैगोर विला में रहने वाली योगिता अरोड़ा सेंट जोसेफ स्कूल में कैमेस्ट्री की टीचर हैं। दिल्ली में क्लाइमेट प्रोजेक्ट फाउंडेशन का इंटरव्यू पास करने के बाद उन्हें फ्री स्कॉलरशिप में ट्रेनिंग के लिए सिलेक्ट किया गया। मेलबर्न में 5 मई से 18 मई तक उन्होंने ट्रेनिंग ली। मेलबर्न में प्रोजेक्ट मैनेजर एडम व मिलेनिया मार्शन ने सभी प्रशिक्षुओं को ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लामेट चेंज को लेकर ट्रेनिंग दी थी।