- 60 लाख का पेमेंट, लेकिन नहीं बनी सड़क

- 50 मीटर ही खड़ंजे का किया गया निर्माण

मेरठ। नगर निगम में एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। नगर निगम ने ऐसी सड़क का पेमेंट कर दिया। जिसका निर्माण ही नहीं हुआ है। बिना सड़क निर्माण के ठेकेदार को 60 लाख रुपये का पेमेंट हो गया। वहीं नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जितना काम हुआ है केवल उसका पेमेंट किया है। शेष 16.50 लाख रुपये का पेमेंट रोक दिया गया है। गौरतलब है कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने छह माह पहले इस घोटाले का खुलासा किया था।

ये था मामला

नगर निगम ने अवस्थापना निधि से समर गार्डन में इंटरलॉकिंग टॉयल का टेंडर जीत कंस्ट्रेक्शन कंपनी को दिया था। कंपनी को 76.50 लाख रुपये की लागत से इंटरलॉकिंग करनी थी। लेकिन वहां पर मिट्टी भराव तक नहीं किया गया है। हालांकि, करीब 150 मीटर सड़क पर ईटों का खड़ंजा जरूर करा दिया गया है। सड़क मुख्य सड़क से करीब तीन फीट नीचे हैं। बारिश के दिनों में वहां पर जलभराव की समस्या हो जाती है। गौरतलब है कि समर गार्डन में मुख्य सड़क और गलियों को मिलाकर करीब एक किमी सड़क पर इंटरलॉकिंग होनी थी।

महापौर का लिखा नाम

गौरतलब है कि 13 दिसंबर 2016 को काम शुरू करने और 31 मार्च 2017 को काम पूरा होने का पत्थर भी लगाया गया। जिस पर कार्य की लागत 76.50 लाख रुपये भी लिखी गई है। पत्थर के नीचे महापौर हरिकांत अहलूवालिया का नाम भी लिखा है। बताते हैं कि यह पत्थर तब लगा दिया गया था जब कार्य शुरू भी नहीं हुआ था।

वर्जन

जितना काम मिला था वह करा दिया गया है। बिना काम के सड़क का पेमेंट कौन करेगा। निगम के अधिकारियों ने निरीक्षण किया है। उसके बाद ही पेमेंट हुआ है।

जीत सिंह, ठेकेदार जीत कंस्ट्रक्शन कंपनी

जितना काम हुआ उसका पेमेंट किया गया है। शेष जो रह गया है उसका पेमेंट रोक दिया गया है। जब वह हो जाएगा उसके बाद ही उसका पेमेंट किया जाएगा। यदि ऐसा हुआ है तो मैं खुद जाकर उसकी जांच करूंगा।

कुलभूषण वाष्र्णेय, चीफ इंजीनियर नगर निगम