- चांद दिखने के बाद 17 या 18 मई से शुरू होगा रोजा

GORAKHPUR: इस बार रमजान में रोजेदारों को सब्र का इम्तेहान 15 घंटे 35 मिनट होगा। लगातार दूसरे साल मई में रमजान का महीना शुरू हो रहा है। अगर चांद तयशुदा समय पर निकला तो 17 मई से रोजे शुरू हो जाएंगे और 16 जून को ईद का जश्न मनाया जाएगा। उलेमा के मुताबिक अलग-अलग जगहों के हिसाब से समय में कुछ बदलाव हो सकता है। शबे बरात के बाद रमजान की तैयारियां शुरू हो गई है।

6.43 पर खोला जाएगा पहला रोजा

इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक इस साल रोजे साढ़े 15 घंटे से ज्यादा के होंगे। पहले रोजे के सहरी का समय भोर में 3:33 तथा इफ्तार शाम छह बजकर 43 मिनट पर खोला जाएगा। इसी तरह आखिरी रोजे की सहरी का वक्त भोर में तीन बजकर 22 मिनट और इफ्तार शाम को छह बजकर 57 मिनट पर होगा। हाफिज नजरे आलम ने बताया कि इस बार भी शदीद गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच रमजान की शुरुआत होगी। खुदा की इबादत करने वाले गर्मी की वजह से रोजे नहीं छोड़ेंगे।

साल में दस दिन हो जाता है कम

मौलाना जुनैद ने बताया कि 36 साल बाद रमजान उसी मौसम में पहुंच जाता है। इस्लामी कैलेंडर और अंग्रेजी कैलेंडर में एक साल में 10 दिन का अंतर आता है। ये अंतर इसलिए आता है कि इस्लामी कैलेंडर में 29-30 दिन का महीना होता है, वहीं अंग्रेजी कैलेंडर में 30-31 दिन का महीना होता है।