शासन की टेक्सटाइल कमेटी की गाइडलाइन के तहत ही चुना जाएगा यूनिफार्म का फैब्रिक

2 सेट होंगे वितरित, एक की लागत होगी 300 रूपये

Meerut. बेसिक शिक्षा विभाग के तहत कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों की यूनिफार्म इस बार खास होगी. यूनिफार्म का फैब्रिक व क्वालिटी केंद्र सरकार की टेक्सटाइल कमेटी के मानकों पर परखी जाएगी. 15 जुलाई तक बच्चों को यूनिफार्म भी वितरित करनी होगी. परिषद की ओर से इस संबंध में सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं. एबीएसए एसके गिरि ने बताया कि जो भी मानक शासन ने तय किए हैं उन्हें पूरा किया जाएगा. पूरी कोशिश की जाएगी की डेडलाइन के अंदर ही यूनिफार्म का वितरण कर दिया जाए.

कमेटी होगी तैयार

बच्चों की यूनिफार्म तैयार करवाने से लेकर वितरित करने तक के लिए जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया जाएगा. जिसमें डीएम अध्यक्ष होंगे. इसके अलावा सीडीओ, बीएसए, डायट प्राचार्य समेत 7 अन्य सदस्य भी शमिल होंगे. बीएसए लाभार्थी स्टूडेंट्स की संख्या सत्यापित करेंगे. इस दौरान ऐसे स्कूल अपनी कोटेशन देंगे, जहां एक लाख रूपये से कम लागत में तैयार यूनिफार्म का वितरण किया जाएगा. जबकि एक लाख से अधिक लागत वाले स्कूलों को टेंडर प्रक्रिया से गुजरना होगा.

रखना होगा सैंपल

यूनिफार्म को तैयार कराने में उसकी क्वालिटी और कलर का खास ख्याल रखा जाएगा. इसके अलावा स्कूलों को फैब्रिक का एक सैंपल भी अपने पास रखना होगा. निरीक्षण के दौरान इसकी जांच की जाएगी. अगर स्कूल में सैंपल नहीं मिलता तो संबंधित प्रिंसिपल के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है. इसके अलावा यूनिफार्म की क्वालिटी टेस्टिंग भी एजेंसी से करवाई जाएगी. ब्लॉक लेवल पर खंड शिक्षा अधिकारी यूनिफार्म की क्वालिटी और वितरण के लिए जिम्मेदाहोंगे.

ये हैं निर्देश

1 से 15 जुलाई तक सभी बच्चों को यूनिफार्म दे दी जाएगी.

2 सेट हर बच्चे को दिए जाएंगे.

300 रूपये एक सेट की कीमत होगी.

1 लाख 19 हजार लगभग बच्चों को जिले में यूनिफार्म का लाभ मिलेगा

मिड-डे मिल में नामांकित बच्चों की संख्या से लाभार्थी बच्चों का मिलान किया जाएगा.

वस्त्र मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार ही यूनिफार्म की क्वालिटी तय होगी.

किसी प्रकार की लापरवाही मिलने की स्थिति में अधिकारियों पर कार्रवाई होगी.