गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माता व मुनि श्री भावभूषण महाराज ने महिमा पर डाला प्रकाश

मवाना/हस्तिनापुर : श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर मवाना व हस्तिनापुर में जंबूद्वीप और श्री दिगंबर जैन प्राचीन बड़ा मंदिर में दशलक्षण महापर्व के तीसरे दिन सोमवार को महामंडल विधान में उत्तम आर्जव धर्म की पूजा-अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने भगवंतों का अभिषेक व शांतिधारा की।

नगर स्थित श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में आर्जव धर्म मनाया गया। प्रात: भगवान का अभिषेक व शांतिधारा की गई। विधान में आचार्य श्री 108 भारत भूषण महाराज ने आर्जव धर्म की महिमा पर प्रकाश डाला। राजेंद्र कुमार जैन, मुकेश जैन, जय प्रकाश जैन व आदेश जैन आदि मौजूद थे।

हस्तिनापुर : जंबूद्वीप में प्रात: तीस चौबीसी मंडल विधान का अनुष्ठान कर श्रद्धालुओं ने ऐरावत क्षेत्र त्रिकाल चौबीसी के 72 भगवंतों को अ‌र्घ्य व श्रीफल समर्पित किए। भगवान शांतिनाथ की शांतिधारा करने का सौभाग्य इन्दूमती शाह, भगवान कुंथुनाथ की शांतिधारा मीनाबाई व संजय कुमार तथा भगवान अरहनाथ की शांतिधारा का सौभाग्य पवन कुमार को प्राप्त हुआ। पूज्य माताजी का पादप्रक्षाल करने का सौभाग्य विजय कुमार को मिला। रात में भगवंतों की मंगल आरती व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माता ने प्रवचन में आर्जव धर्म का महत्व बताया। कहा कि मनुष्य को अपने मन से मायारूपी शल्य को निकाल देना ही पवित्र आर्जव धर्म है।

श्री दिगंबर जैन प्राचीन बड़ा मंदिर में पर्यूषण पर्व के शुभ अवसर पर मुख्य वेदी पर श्रीजी का अभिषेक किया गया। तत्पश्चात भगवान मल्लिनाथ के समवशरण में चल रहे श्री 1008 इंद्रध्वज महामंडल विधान में शांतिधारा की गी, जिसका सौभाग्य राजेंद्र जैन पटियाला को प्राप्त हुआ। विधान संयोजक मंत्री दिनेश कुमार जैन व श्रद्धालुओं ने सुसज्जित मांडले पर ध्वाजाएं अर्पित कीं।

मुनि श्री भावभूषण महाराज ने उत्तम आर्जव धर्म की महिमा बताई। विजय, नरेंद्र सिंह, नमोशंकर जैन व तरस चन्द जैन ने मांडले पर अ‌र्घ्य एवं ध्वजाएं अर्पित कर पुण्य संचित किया।

कार्यक्रम मे उपाध्यक्ष हेमचन्द जैन सरार्फ, मंत्री प्रधुमन कुमार जैन , मनमोहन दास जैन, मुकेश जैन , अशोक जैन, भारत जैन, उमेश जैन, कमल जैन व अतुल जैन आदि का सहयोग रहा।