- छह माह पहले हट्ठी माई मंदिर रोड और बसंतपुर में लगे थे ट्यूबवेल

- अब भी घरों में सप्लाई हो रहा बालू वाला पानी

GORAKHPUR: शहर के दो एरियाज में शुद्ध पानी पिलाने का वादा कर जलकल लोगों को कई माह से बालू वाला पानी पिला रहा है। हट्ठी माई मंदिर रोड और बसंतपुर में 25-25 लाख रुपए की लागत से लगाए गए ट्यूबवेल से कई महीनों से बालू युक्त पानी सप्लाई हो रहा है। वाटर टैक्स देने के बाद भी गंदा पानी पीने को मजबूर पब्लिक जिम्मेदारों से शिकायत करती आ रही है लेकिन हालात सुधारने वाला कोई नहीं है।

हट्ठी माई मंदिर रोड

मियां बाजार के हट्ठी माई मंदिर के पास फरवरी में जलकल द्वारा लगभग 25 लाख रुपए की लागत से एक मिनी ट्यूबवेल लगाया गया। जिससे हट्ठी माई मंदिर, इमामबाड़ा, घोष कंपनी रोड, जुबिली रोड और बैंक रोड के आंशिक एरिया में सप्लाई होनी थी। निवर्तमान पार्षद मनीष सिंह ने बताया कि पानी सप्लाई शुरू होते ही पानी में बालू आने लगा। उसी समय पब्लिक ने जानकारी दी तो उन्होंने नगर निगम में शिकायत की। जलकल के अभियंताओं ने कहा कि कुछ दिन पानी लगातार चलेगा तो बालू समाप्त हो जाएगा। लेकिन इसके छह माह बाद भी स्थिति नहीं सुधर सकी है। वर्तमान हालात ये हैं कि इस एरिया में 2000 हजार घरों में बालू वाला पानी ही सप्लाई हो रहा है।

हनुमान चक, बसंतपुर

शहर के सबसे किनारे स्थित इस एरिया के लोगों को भी जलकल की पानी सप्लाई ने परेशान कर रखा है। यहां भी पानी सप्लाई करने के लिए एक साल पहले 25 लाख रुपए की ही लागत से जलकल द्वारा लगा ट्यूबवेल लगाया गया था। यहां दो माह से 500 घरों में बालू वाला पानी पहुंच रहा है। यहां के रहने वाले राधेश्याम निषाद का कहना है कि एरिया के लोग नगर निगम अधिकारियों को लगातार समस्या की जानकारी दे रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले माह में दो बार ट्यूबवेल का फिल्टर भी बदला गया लेकिन समस्या दूर नहीं हुई।

हर महीने लग रहा 500 रुपए का चूना

जलकल द्वारा गंदा पानी सप्लाई होने के कारण इन एरियाज के लोगों को हर माह 500 रुपए रुपए का चूना लगने लगा है। मियां बाजार एरिया के जितने भी घरों में गंदा पानी सप्लाई हो रहा है, उनमें अधिकांश घरों में निजी बोर नहीं है। ऐसे में इन घरों के लोग बाहर से पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं। मियां बाजार के रहने वाले जितेंद्र चौधरी का कहना है कि वे लोग 20 रुपए में पानी का जार मंगा रहे हैं। ऐसे में महीने में लगभग 500 से लेकर 600 रुपए का एक्स्ट्रा खर्च पानी पर ही करना पड़ जा रहा है।

खराब पानी पीने से हो रही बीमारियां

- डायरिया

- पीलिया

- उल्टी-दस्त

- लीवर खराब

- किडनी खराब

कोट्स

इस एरिया की सबसे बड़ी प्रॉब्लम है पानी, लेकिन समस्या का समाधान करने वाला कोई नहीं है। गंदा पानी पीने के चलते एरिया के बहुत से लोग बीमार पड़ने लगे हैं।

- रमावती देवी, हाउसवाइफ

हर माह घर के बजट में 500 रुपए का एक्स्ट्रा खर्च बढ़ गया है। हर माह आरो का कैंडल बदलने के साथ ही पानी का जार मंगाना पड़ रहा है। गंदे पानी के चलते लोगों को पेट की बीमारियां हो जा रही हैं।

- सविता देवी, हाउसवाइफ

नगर निगम की लापरवाही के कारण इस एरिया की पब्लिक को परेशानी झेलनी पड़ रही है। स्थिति यह है कि शुद्ध पानी के लिए लोग तरस जा रहे हैं।

- राधेश्याम निषाद, प्रोफेशनल

पानी के लिए लोग परेशान हैं, लेकिन नगर निगम के किसी भी व्यक्ति कों इसकी चिंता नहीं है। जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण लोग अब बीमार पड़ने लगे हैं।

- कृष्ण मोहन यादव, प्रोफेशनल

वर्जन

दोनों ट्यूबवेल्स के नीचे मौजूद बालू इसमें लगी जाली से भी पतला है। शुरू में लगा कि कुछ दिन चलने के बाद बालू साफ हो जाएगा। अब जल निगम की मदद से बालू हटाया जाएगा।

- पीएन मिश्रा, जेई, जलकल