Message one
यह मैसेज चिट्ठी के जरिए अपर जिला मजिस्ट्रेट ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी के नाम पहुंचा था। भेजने वाले ने खुद को लश्कर-ए-तैय्यबा का बताया था और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुला के खिलाफ कार्रवाई की या सजा देने की सोचने पर आरडीएक्स से उड़ा देने की धमकी दी गई थी। अभी तक पुलिस को सिर्फ इतना पता चला है कि इसे करेली से पोस्ट किया गया था।
<यह मैसेज चिट्ठी के जरिए अपर जिला मजिस्ट्रेट ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी के नाम पहुंचा था। भेजने वाले ने खुद को लश्कर-ए-तैय्यबा का बताया था और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुला के खिलाफ कार्रवाई की या सजा देने की सोचने पर आरडीएक्स से उड़ा देने की धमकी दी गई थी। अभी तक पुलिस को सिर्फ इतना पता चला है कि इसे करेली से पोस्ट किया गया था।
Messahe two
Messahe two
यह मैसेज सीआरपीएफ फाफामऊ के कमांडेंट उमेश मिश्रा के मोबाइल पर आया है। मैसेज भेजने वाले ने खुद को नक्सली संगठन का बताया है और कैंप उड़ा देने की धमकी दी है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। फिलहाल मैसेज भेजने वाले का मोबाइल स्विच ऑफ है।
<यह मैसेज सीआरपीएफ फाफामऊ के कमांडेंट उमेश मिश्रा के मोबाइल पर आया है। मैसेज भेजने वाले ने खुद को नक्सली संगठन का बताया है और कैंप उड़ा देने की धमकी दी है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। फिलहाल मैसेज भेजने वाले का मोबाइल स्विच ऑफ है।
Message Three
Message Three
यह मेजा के रहने वाले गौरव द्विवेदी के मोबाइल पर संडे को आया था। इसमें कहा गया है कि 26 जुलाई की शाम जोरदार धमाका होगा। इसकी गूंज इतनी जोरदार होगी कि मोदी तक जरूर पहुंचेगी। इसकी जांच एलआईयू कर रही है।
-सीआरपीएफ के कमांडेंट को मोबाइल पर मिली धमकी
-धूमनगंज थाने में दर्ज हुई रिपोर्ट, पुलिस सर्विलांस की मदद से जांच में जुटी
-नक्सली एरिया का नंबर लेकिन नहीं ट्रेस हो पाया आरोपी
<यह मेजा के रहने वाले गौरव द्विवेदी के मोबाइल पर संडे को आया था। इसमें कहा गया है कि ख्म् जुलाई की शाम जोरदार धमाका होगा। इसकी गूंज इतनी जोरदार होगी कि मोदी तक जरूर पहुंचेगी। इसकी जांच एलआईयू कर रही है।
-सीआरपीएफ के कमांडेंट को मोबाइल पर मिली धमकी
-धूमनगंज थाने में दर्ज हुई रिपोर्ट, पुलिस सर्विलांस की मदद से जांच में जुटी
-नक्सली एरिया का नंबर लेकिन नहीं ट्रेस हो पाया आरोपी
ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in
ALLAHABAD: तीनों मैसेजेज का आपस में कोई नाता-रिश्ता नहीं है लेकिन पुलिस के लिए चुनौती हैं। दो मैसेजेज उन लोगों के नाम भेजे गए हैं जो महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हुए हैं। इससे पुलिस गंभीर है। अपने तरकश का हर तीर आजमा रही है ताकि इसे भेजने वालों तक पहुंचा जा सके। लेकिन, फिलहाल उसके पास इनीशियल लेवल की जानकारी ही है।
नक्सलियों के खिलाफ की थी कार्रवाई
फाफामऊ में स्थित सीआरपीएफ कैंप के कमांडेंट उमेश मिश्रा हैं। वह धूमनगंज एरिया में रहते हैं। इससे पहले वह छत्तीसगढ़ में पोस्टेड रहे हैं। उनकी पोस्टिंग बिहार में भी रही है। दोनों स्थानों पर उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया था। इसमें उन्हें बड़ी कामयाबी भी हाथ लगी थी। नक्सलियों को काफी नुकसान हुआ था। छत्तीसगढ़ के बाद उमेश मिश्रा का इलाहाबाद ट्रांसफर हो गया। उनके मोबाइल पर धमकी भरा एक मैसेज रिसीव हुआ है। इसमें लिखा है कि नक्सली तुम्हे छोड़ेंगे नहीं। नक्सली हमला करेंगे और मार डालेंगे। हमले के लिए अब तैयार हो जाओ। मैसेज ने उमेश की नींद उड़ा दी। पहले वह खुद ट्रेस करते रहे बाद में धूमनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी।
झारखंड का नंबर
धूमनगंज पुलिस धमकी देने वाले उस नंबर को ट्रेस करने में जुट गई है। अब तक जांच से पता चला कि वह बीएसएनएल का नंबर है और उसका लोकेशन झारखंड है। उमेश ने पुलिस को बताया कि वह बिहार-झारखंड के साथ छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ आपरेशन चला चुके हैं। इसलिए हो सकता है कि उन्हें नक्सलियों ने टारगेट बनाया हो। फिलहाल यह नंबर स्विच ऑफ है। बिहार-झारखंड का नंबर होने से पुलिस को शक है कि धमकी देने वाला यकीनन नक्सलियों से बिलांग करता होगा।