- आईपी मॉस्किंग के जरिए कर रहा मैसेज
- वाट्सएप ने भी रजिस्टर आईपी देने से हाथ किये खड़े
- सीएम के आदेश पर आईजी एसटीएफ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन
- एडीजी एलओ का खुलासा, धमकी देने में इस्तेमाल नाम दाउद के गुर्गे का, धमकी वाला नंबर अमेरिका के टेक्सास का

वर्चुअल नंबर के जरिए मिल रही धमकी

lucknow@inext.co.in
LUCKNOW : सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मामले का संज्ञान लिया तो यूपी पुलिस ने एसआईटी का गठन कर दिया है। हालांकि, एडीजी एलओ ने जरूर खुलासा किया कि धमकी देने में जिस नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है वह दाउद इब्राहिम का गुर्गा है। वहीं, नंबर अमेरिका के टेक्सास प्रांत स्थित ऑस्टिन शहर का है। विधायकों को रंगदारी के लिये मैसेज भेजने वाला तकनीक का भी मंझा हुआ जानकार है। विधायकों को जिस नंबर +1(903)329-4240 से धमकी मिल रही है, पहली नजर में देखने पर यह लैंडलाइन नंबर अमेरिका के टेक्सास प्रांत के ऑस्टिन शहर का प्रतीत होता है।

एक के बाद एक विधायक को धमकियों के मैसेज
हालांकि, जब एसटीएफ ने जांच शुरू की तो पता चला कि यह नंबर वर्चुअल है। यानि, यह कोई असल नंबर न होकर इंटरनेट पर मौजूद विभिन्न एप्लीकेशंस में से किसी एक से लिया गया नंबर है।गौरतलब है कि यूजर किसी एप्लीकेशन में जाकर अपनी पसंद का वर्चुअल नंबर ले सकता है। इसके लिये उसे सिर्फ एक ई-मेल आईडी देनी होती है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि यह आईडी असली है या फिर नकली, वर्चुअल नंबर देने वाली एप्लीकेशन इसकी जांच नहीं रकती। धमकी देने वाला इसी नंबर के जरिए एक के बाद एक विधायक को धमकियों के मैसेज भेज रहा है। वर्चुअल नंबर होने की वजह से इस नंबर को लेने वाले का पता लगा पाना बेहद मुश्किल है।

आईपी मास्किंग के जरिये छिपा रहा पहचान
एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह से जब जांच में प्रगति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अब तक की जांच में कोई खास जानकारी हाथ नहीं लग सकी है। धमकी भेजने वाला इतना शातिर है कि वह धमकी भेजने के लिये न सिर्फ वर्चुअल नंबर का यूज कर रहा है बल्कि, अपना आईपी एड्रेस छिपाने के लिये आईपी मास्किंग कर रहा है। उन्होंने बताया कि इंटरनेट पर मौजूद तमाम वेबसाइट के जरिए यूजर तमाम सोशल साइट्स को लॉगइन कर लेते हैं, इसमें खास बात यह होती है कि यूजर की असल आईपी एड्रेस छिप जाता है और एक नकली आईपी क्रियेट हो जाती है। इस वजह से ऐसे शख्स तक पहुंचना नामुमकिन ही होता है। धमकी देने वाला भी इसी तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है।

वाट्सएप ने खड़े किये हाथ
सूत्रों के मुताबिक, एसटीएफ व एटीएस ने वाट्सएप से धमकी देने वाले के अकाउंट रजिस्टर होते वक्त यूज आईपी की मांग की थी। पर, वाट्सएप ने ऐसी किसी जानकारी दर्ज करने से ही इंकार कर दिया। बताया जा रहा है कि वाट्सएप ने जवाब में कहा कि वह अकाउंट रजिस्टर करने के वक्त यूजर का आईपी सेव नहीं करता।
 
सीएम ने लिया संज्ञान
बीजेपी विधायकों को मिल रही धमकी के मामलों की संख्या बढ़ती देख सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को इसका संज्ञान लिया है। सीएम ने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार से पूरे मामले की जानकारी ली और निर्देश दिया कि एटीएस व एसटीएफ से इस मामले की गंभीरता से जांच कराई जाए।

केंद्रीय एजेंसियों की भी मदद
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिये आईजी एसटीएफ अमिताभ यश के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी में आईजी के साथ एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह और एएसपी डॉ। त्रिवेणी सिंह को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि चूंकि मामले के तार विदेश से जुड़ते दिखाई पड़ रहे हैं, इसलिए मामले की जांच में केंद्रीय खुफिया एजेंसी की भी मदद ली जा रही है।

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