जिला जज से की शिकायत, कर्नलगंज थाने में दर्ज करवाई एफआईआर

- नंबर ब्लॉक करने पर वाट्सएप पर भेजे मैसेज

ALLAHABAD:

पारिवारिक न्यायालय की प्रधान न्यायाधीश कुमुदनी वर्मा को कानपुर के एक शख्स ने धमकी दी है। कानपुर में तैनाती के दौरान कराए गए एक समझौते को लेकर उनसे अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया गया। प्रधान न्यायाधीश ने इसकी शिकायत जिला जज से की। उनके निर्देश पर कर्नलगंज थाने में कानपुर के गौरव निगम नाम के शख्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई।

फोन कर दिया था ब्लॉक

पारिवारिक न्यायालय की प्रधान न्यायाधीश के सेलफोन पर पहली कॉल मार्च की लास्ट वीक में आई थी। फोन करने वाले ने कहा था कि समझौता कराने के मामले की शिकायत वह सुप्रीम कोर्ट में करेगा। इस पर उन्होंने नंबर को ब्लॉक कर दिया। इसके बाद उसी नंबर से वाट्सएप पर मैसेज आने लगे। उन्होंने जिला जज से इसकी मौखिक शिकायत की और सेलफोन नंबर इंस्पेक्टर कर्नलगंज को दिया। इसके बाद भी धमकियों का सिलसिला बंद नहीं हुआ तो पुलिस ने रिटर्न कंप्लेन की सलाह दी।

यह आया मैसेज

20 अप्रैल को फिर से प्रधान न्यायाधीश के पास मैसेज आया। इसमें लिखा था Dear mam thanks for Fir this is my last massage। Will reval all the conspiracy against me by you and vipin during the investigation। Thanks for giving me opportunity।

ट्रंकाल पर हुई नाम की पहचान

जब प्रधान न्यायाधीश ने ट्रंकाल पर नंबर चेक किया तो गौरव निगम का नाम सामने आया। उन्होंने बताया कि कानपुर में भी उनकी तैनाती पारिवारिक न्यायालय में थी। अनेक मुकदमों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर लोक अदालत में किया गया। फोन करने वाले का कहना था कि किसी अधिकारी के दबाव में उसका पत्‍‌नी से समझौता करवा दिया गया। उसकी पत्‍‌नी व बच्चों को साथ रहने भेज दिया गया। प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि इस तरह के मैसेज से उनको मानसिक परेशानी हो रही है। जिला जज से उन्होंने मदद की गुहार लगाई जिस पर लेटर कर्नलगंज थाने भेज दिया गया। इसी आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई।