महिला खिलाड़ी को देह व्यापार में धकेलने की कोशिश में हुई कार्रवाई

Meerut. खिलाड़ी बेटी को देह व्यापार के धंधे में धकेलने की कोशिश में शनिवार मां समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. वहीं चौथे आरोपी की तलाश जारी है. हनी ट्रैपिंग के इस केस में सामाजिक संगठनों ने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं.

समाजसेवियों ने घेरा थाना

लिसाड़ी गेट थानाक्षेत्र में बीए प्रथम वर्ष में पढ़ने वाली शहर की एक ताइक्वांडो खिलाड़ी का आरोप है कि उसकी मां अपने एक जानकार व्यक्ति के साथ देह व्यापार के धंधे में लिप्त है. मां उसे भी इस धंधे में धकेलना चाहती है. आरोप है कि भाई ने भी उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की. इस मुकदमे में देह व्यापार से संबंधित धारा न लगाने के विरोध में मेरठ व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष जीतू नागपाल, जिला प्रमुख शैंकी वर्मा आदि ने शनिवार शाम लिसाड़ी गेट थाने का घेराव किया. सीओ कोतवाली दिनेश कुमार शुक्ला का कहना है कि चौथे आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा.

एजेके में एक ही कमरे में रही पीडि़ता और मां

कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान तक के लिए उसे शुक्रवार रात्रि मेडिकल परिसर स्थित आशा ज्योति केंद्र में रखा गया. हैरतजनक यह कि उसे प्रताडि़त करने वाली मां को भी वहीं भेज दिया गया. इसके चलते उसे रातभर प्रताड़ना झेलनी पड़ी. पीडि़ता का कहना है कि उसकी मां ने एजेके में रातभर उसके साथ गाली-गलौज की. केस वापस नहीं लेने पर उसकी व उसके कोच की हत्या की धमकी दी. इस संबंध में डीपीओ शत्रुघन कनौजिया का कहना है कि एजेके ने अल्पवास के लिए एक ही कमरा है. प्रकरण पर संरक्षण अधिकारी से जवाब-तलब किया जाएगा.