छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। डेंगू के कारण अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। गौड़बस्ती के आर्दश नगर निवासी वासुदेव गौड़ की 40 वर्षीय पत्नी बबिता देवी की मौत बुधवार की रात करीब 2.40 बजे टाटा मोटर्स अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी। टाटा मोटर्स अस्पताल में हुई एनएस वन जांच में महिला को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। जिसे देखते हुए जिला जिला सर्विलांस विभाग ने बबिता का नमूना लेकर जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कालेज स्थित माइक्रोबायोलाजी विभाग भेजा है। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार गुरुवार को स्वर्णरेखा घाट में कर दिया।

27 जुलाई से तबियत खराब

मृतिका बबिता देवी का भतीजा शंभू गौड़ ने बताया कि बबिता देवी की तबियत 27 जुलाई को खराब हो गई थी। उन्हें इलाज के लिए स्टील सिटी नर्सिग होम में भर्ती किया गया था। लेकिन स्थिति खराब होने पर उन्हें 30 जुलाई को दूसरे जगह रेफर कर दिया गया। तब बबिता देवी को टीएमएच ले गये लेकिन वहां जगह नहीं होने के कारण मेडिका अस्पताल ले गये। जहां एक अगस्त तक उनका इलाज चला। लेकिन बेहतर इलाज के लिए उन्हें टाटा मोटर्स रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान रात 2.35 बजे उनका हार्ड ब्लाक हो गया और 2.40 रात को डाक्टर ने उनकी मौत की सूचना परिजनों को दी। भतीजा शंभू गौड़ ने बताया कि स्टील सिटी में जब बबिता के ब्लड की जांच रिपोर्ट आई तो उसमें डेंगू, मलेरिया व टाइफाइड की पुष्टि नहीं हुई थी। फिर मेडिका में भी जांच करवाया गया। लेकिन वहां भी डेंगू व मलेरिया की पुष्टि नहीं हुई। स्वाइन फ्लू होने का शक जाहिर किया गया। टाटा मोटर्स में इलाज के दौरान बबिता के ब्लड का सैंपल कोलकाता भेजा गया है। चार अगस्त को उसकी रिपोर्ट आनी है।

बुधवार को हुई है एक मौत

बिरसानगर निवासी बाबूलाल टांडी (40) की मौत इलाज के दौरान टाटा मोटर्स अस्पताल में बुधवार को हो गई थी। बाबूलाल टांडी डेंगू रोग से पीडि़त था। तेज बुखार व उल्टी होने की शिकायत पर उन्हें रविवार को टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहीं 18 जुलाई को परसुडीह लोको कालोनी निवासी 15 वर्षीय अनमोल की मौत डेंगू के कारण हो गई थी।