- फुलसनी में फ्राइडे इवनिंग में शिकारियों ने किया था ढेर

- सैटरडे को हुआ गुलदार का पीएम, दफनाया गया मैनइटर

DEHRADUN : फुलसनी और आसपास के क्षेत्र को आठ दिन तक दहशत में रखने वाली आदमखोर का सैटरडे को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। मारी गई मादा गुलदार का विसरा भी जांच के लिए वाइल्ड लाइफ संस्थान को भेज दिया गया है। वहां से इसकी जांच रिपोर्ट दो दिन बाद वन विभाग को मिलेगी।

फ्राइडे शाम को मारा गया

क्म् जनवरी को फुलसनी में मजदूर के क्0 वर्षीय बेटे कृष्णा को गुलदार घर के बाहर से उठा ले गया था। इसके बाद उसका शव गांव के पास ही झाडि़यों में पड़ा मिला था। कृष्णा की मौत के बाद क्षेत्र के लोगों का दबाव बढ़ा तो एक शिकार के बाद ही गुलदार को मैनइटर घोषित कर दिया गया था। इसके बाद मौके पर लगे शिकारियों की टीम ने आदमखोर को फ्राइडे इवनिंग में ढेर कर दिया था। सैटरडे मॉर्निग में मौके पर पहुंची वेटरनिटी अफसरों की तीन सदस्य टीम ने गुलदार का पोस्टमार्टम किया। इस दौरान उसके सभी अंग सुरक्षित थे और वह प्रेगनेंट नहीं थी। ऐसे में शुरुआती जांच में उसके मैनइटर होने का कारण भी साफ नहीं हो पा रहा है। गुलदार के पीएम करने वाले चिकित्सकों में विकासनगर से सतीश जोशी, सहसपुर से हरेंद्र शर्मा और हर्बटपुर से डॉ। नौटियाल चिकित्सकों के पैनल में शामिल थे। डीएफओ सुशांत पटनायक ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद गलदार के शव का झाझरा वन विभाग के गेस्ट हाउस के पास ही अंतिम संस्कार कर दिया गया है।