MATHURA (30 April): देशी शराब की दुकानों को नीलाम कराने और अंग्रेजी शराब की बिक्री में आई गिरावट में आई कमी को रोकने में असफल रहे आबाकरी विभाग के तीनों इंस्पेक्टरों को आयुक्त आबाकरी भवनाथ सिंह ने निलंबित कर दिया है। शनिवार को आबकारी विभाग को इनके निलंबन का पत्र भी प्राप्त हो गया, जबकि ये कार्रवाई 25 अप्रैल को ही कर दी गई थी। सर्किल एक में इंस्पेक्टर संजय यादव, सर्किल दो में रणविजय सिंह और सर्किल तीन में विजय कुमार सोलंकी की तैनाती थी।

103 दुकानों के संचालन से ठेकेदारों की ना

नए वित्तीय वर्ष से पहले ही देशी और अंग्रेजी शराब दुकानों की नीलामी की जानी थी। अंग्रेजी की एक दुकान की नीलामी नहीं हो सकी थी, जबकि 232 देशी शराब के ठेके हैं। इनमें से 103 दुकानों के संचालन करने के लिए ठेकेदारों ने हाथ खड़े कर दिए थे। इधर, अंग्रेजी शराब का उपभोग भी पिछले साल से कम हुआ था, जबकि पंचायत चुनावों में शराब का उपभोग अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा था। इसके पीछे हरियाणा से तस्करी करके लाई गई शराब की धुआंधार बिक्री रही थी। देशी शराब पीने वालों को गली-मोहल्लों में हरियाणा की अंग्रेजी की शराब देशी के भाव मिल रही थी। इसलिए देशी शराब के ठेका घाटे में चले गए और कुछ ठेकेदारों ने लाइसेंस की आड़ में हरियाणा ब्रांड की शराब बेचकर मोटी कमाई की। तीनों इंस्पेक्टर न ठेकेदारों पर लगाम कस सके और न ही तस्करी की शराब रोकने में कामयाब हो पाए। नतीजा यह रहा कि तीनों को निलंबित कर दिया गया।

अभी नहीं हुई है नई तैनाती

इनके निलंबन की पुष्टि जिला आबकारी अधिकारी पवन कुमार ने करते हुए बताया कि देशी शराब की दुकानों की नीलामी न होना और अंग्रेजी शराब का कम उपभोग के करण ही यह कार्रवाई की गई है। अभी तक निलंबित इंस्पेक्टर के स्थान पर नई तैनाती नहीं की गई है।