-दशम ओपी एरिया के रसोल गांव में गुरुवार की रात की घटना

-डिंबा पाहन के घर में घुस कर तीन नकाबपोशों ने किया रक्तपात

-रूरल एसपी के नेतृत्व में पुलिस फोर्स पहुंची घटनास्थल, छानबीन शुरू

RANCHI: दशम ओपी एरिया के रसोल गांव के लिए गुरुवार की रात काली रात बनकर आई। तीन अपराधियों ने एक ही परिवार के पांच लोगों पर चाकू और चापड़ से हमला कर दिया, जिसमें दो बच्चों समेत तीन की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। एक महिला व उसका बेटा जख्मी हालत में अपराधकर्मियों के चंगुल से भाग निकले। जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें भ्0 साल के डिंबा पाहन, क्ब् साल की मुंगिया पाहन व क्0 साल के कंचन मुंडा शामिल हैं। वहीं, घायलों में म्0 साल की सोम्बारी देवी व क्म् साल के हरि सिंह मुंडा शामिल हैं।

जमीन विवाद या डायन-बिसाही

पुलिस को ग्रामीणों से पता लगा कि पांचों पर हमला डायन बिसाही के आरोप में किया गया है। लेकिन, चश्मदीद हमले के शिकार हुए हरि सिंह मुंडा इसे जमीन विवाद बता रहे हैं। पुलिस बारीकी से पूरे मामले की छानबीन कर रही है। घटना की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, बुंडू एसडीपीओ केवी रमण, इंस्पेक्टर संचमान तामंग समेत पुलिस फोर्स गांव पहुंची और मामले की जानकारी ली।

पानी पीने के बहाने घर में घुसे नकाबपोश

-चश्मदीद जख्मी हरि सिंह मुंडा की जुबानी

चश्मदीद हरि सिंह मुंडा ने बताया कि रात क्0.फ्0 बजे के करीब दो अनजान लोग पहुंचे। उनलोगों ने कुंडी(दरवाजा) खटखटाया। उसके चाचा डिंबा सिंह ने दरवाजा खोला तो दोनों नकाबपोश लोगों ने कहा कि प्यास लगी है। चाचा ने सोचा कि माओवादियों का दस्ता इधर से गुजर रहा है। उसमें शामिल लोग हैं और प्यास लगी होगी, तो पानी पीने आ गए हैं। उन्होंने एक लोटा पानी लाकर उन्हें दे दिया। लेकिन, पानी पीने के बाद ही दोनों नकाबपोश घर के अंदर घुस गए। भीतर हरि सिंह मुंडा खाट पर सोया था और उसकी मां सोम्बारी देवी जमीन पर बिछी चटाई पर सो रही थी। दोनों बच्चे कंचन कुमार और उसकी बहन मुंगिया कुमारी एक फोल्डिंग पर गहरी नींद में थे। इसी क्रम में एक और युवक घर में घुसा और तीनों ने सभी पर हमला कर दिया। पहले उनलोगों ने चाचा डिंबा पाहन पर हमला बोला। उनकी गर्दन पर चाकू से दनादन वार करने लगे। बीच बचाव करने जब मां और बेटे आए, तो उन पर भी हमला कर दिया गया। घर में शोर-गुल, चीख-पुकार मचने से दोनों बच्चे भी जग गए। उन्हें भी हमलावरों ने नहीं बख्शा। हरि सिंह मुंडा ने बताया कि जब उसकी मां हमलावरों के चंगुल से निकल कर भागी, तो वह भी मौका पाकर अंधेरी रात का फायदे उठाते हुए जान बचा कर भाग गया।

गोतिया बुधुवा पर आरोप (बॉक्स)

हरि सिंह मुंडा ने बताया कि चेहरा ढका होने के कारण वह हमलावरों को पहचान नहीं पाया। लेकिन, उसने अपने परिजनों की हत्या का आरोप गोतिया बुधुवा मुंडा पर लगाया है। बताया कि बुधुवा मुंडा ने पूरे गांव को रिश्वत खिला दी है, ताकि सभी चुप रहें। वह पूरे खानदान की हत्या कर उसकी पुश्तैनी जमीन हड़पना चाहता है।

भाग कर चचेरे भाई के घर पहुंचा हरि

हरि सिंह मुंडा जान बचा कर भागते हुए गांव में ही क्00 मीटर की दूरी पर रहने वाले चचेरे भाई प्रेम सिंह मुंडा के पास पहुंच गया। उसे घटना की पूरी जानकारी दी। फिर गांव के लोग जुटे और जख्मी को इलाज के लिए बुंडू रेफरल अस्पताल ले गए।