दो दर्जन से अधिक पीडि़त, मरने वाले दो सगे भाई बहन

सीएमओ ने स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजी गांव, प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था मरने वालों का इलाज

उतरांव एरिया के मुगरसन गांव में रहस्यमय बुखार ने लोगों की नींद उड़ा दी है। गांव के रहने वाले सगे भाई-बहन समेत कुल तीन लोगों की मौत पिछले 72 घंटे के भीतर हो चुकी है। दो बच्चों ने सोमवार को ही निजी नर्सिग होम में उपचार के दौरान दम तोड़ा। इसकी सूचना मिलने के बाद सीएमओ हरकत में आ गए और पहले पीएचसी और बाद में जिले से टीम गांव में भेजी। गांव में दो दर्जन से अधिक लोग बुखार से पीडि़त मिले। टीम ने इन्हें दवा का वितरण किया।

मलेरिया की संभावना अधिक

जिले से मुगरसन गांव भेजी गई टीम में डॉ। मनोज अभिलाष और राजकुमार शामिल थे। इस टीम ने करीब डेढ़ दर्जन पीडि़तों को दवाएं वितरित की। टीम ने सीएमओ को रिपोर्ट दी है उसके मुताबिक अभी तक यह पता नहीं चला है कि बुखार है कौन सा। आशंका जताई जा रही है कि यह मलेरिया हो सकता है। टेस्ट करने के लिए बुखार से पीडि़त 20 लोगों का सैम्पल भी टीम अपने साथ लेकर आई है। मंगलवार को जांच के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि यह मलेरिया ही है या कुछ और।

तीन दिन में हुई मौतें

गांव में रहस्यमय बुखार ने कई दिनों से डेरा डाल रखा है। हालत बिगड़ने पर 16 साल की रेखा और उसके सगे भाई चार साल के सुनील को शहर के निजी नर्सिग होम में भर्ती कराया गया था। रेखा ने 3 अगस्त को दम तोड़ दिया। सुनील की मौत सोमवार को हुई। सोमवार को ही यहीं की रहने वाली दो साल की राशि नामक बालिका की भी मौत हो गई। वह भी इसी नर्सिग होग में इलाज करा रही थी। एथेंटिक जांच न होने से प्राइवेट नर्सिग होम के लोग भी नहीं बता सके कि बीमारी है क्या। सुबह चर्चा थी कि डेंगू का प्रकोप हो सकता है। हालांकि इसकी जांच नहीं हुई है। इससे इसकी भी पुष्टि नहीं हुई। सीएमओ आलोक वर्मा का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग गांव पर नजर रखे हुए है। सुबह पीएचसी से डॉ। उदय कुशवाहा के नेतृत्व में टीम भेजी गई थी। इस टीम ने सवा दर्जन पीडि़तों को दवा बांटी थी। इस टीम से जानकारी मिलने के बाद शाम को फिर से जिले से टीम भेजी गई। उन्होंने कहा कि इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।

जो बच्चे मरे हैं उनके पैरेंट्स के भी बुखार पीडि़त होने की रिपोर्ट मिली है। मंगलवार को उन्हें लाकर एसआरएन में चेकअॅप कराया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग पीडि़तों को हर संभव मदद मुहैया कराएगा।

आलोक वर्मा

सीएमओ, इलाहाबाद

मलेरिया से ऐसे बचें

पानी को कहीं इकट्ठा न होने दें

कहीं पानी इकट्ठा है तो उसे गिरा दें

अथवा उसमें किरासिन तेल या कोई भी जला हुआ तेल डाल दें

दिन में पूरी आस्तीन के कपड़े पहनकर ही निकलें

रात में सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें