-पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल करने के बाद हरकत में आई पुलिस

-काफी देर तक दूसरी लिफ्ट खोलने में जुटे रहे पुलिसकर्मी व एलडीए कर्मचारी

-शोर मचाने पर पहुंचे, लंबी जद्दोजहद के बाद निकाला बाहर

LUCKNOW : हजरतगंज स्थित मल्टीलेवल पार्किंग में एलडीए कर्मचारियों की लापरवाही से तीन लोगों की जान पर बन आई। हुआ यूं कि, कार पार्क कर लिफ्ट से नीचे उतर रहीं दो युवतियां और एक बच्ची अचानक पावर कट होने से लिफ्ट में ही फंस गई। काफी देर तक जनरेटर ऑन न होने की वजह से जब लिफ्ट चालू नहीं हुई तो भीतर फंसी युवती ने पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल कर मदद मांगी। इसके बाद पुलिस हरकत में तो आई लेकिन, लापरवाही का सिलसिला यहां भी जारी रहा। पुलिसकर्मी और एलडीए कर्मी बिना पड़ताल किये दूसरी लिफ्ट को खोलने में जुट गए। काफी देर तक मदद न मिलने पर दोनों युवतियों ने शोर मचाना शुरू किया। जिसके बाद वहां पहुंचे एलडीए कर्मचारियों व पुलिस ने लिफ्ट खोलकर उन्हें बाहर निकाला।

गार्ड ने दी लिफ्ट से जाने की सलाह

विभूतिखंड स्थित मंत्री आवास निवासी शेफाली कौल शुक्रवार शाम करीब 5 बजे अपनी अल्टो कार से शॉपिंग करने के लिये हजरतगंज पहुंची थीं। उनके साथ 9 साल की बेटी आन्या और फ्रेंड पूर्णिमा त्रिपाठी भी थीं। शेफाली के मुताबिक, उन्होंने अपनी कार हजरतगंज स्थित मल्टी लेवल पार्किंग के थर्ड फ्लोर पर पार्क की और सभी लोग सीढि़यों की ओर मुड़े। इसी दौरान वहां तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें लिफ्ट से नीचे उतरने की सलाह दी। शेफाली सभी के साथ लिफ्ट पर सवार हो गई।

घुटने लगा दम

जैसे ही लिफ्ट थर्ड फ्लोर से मूव हुई, वैसे ही अचानक पावर कट हो गया और लिफ्ट थम गई। साथ मौजूद आन्या लिफ्ट बंद होने से सहम गई और डर की वजह से चीखने लगी। शेफाली ने बताया कि उन्होंने बेटी को किसी तरह शांत कराया और जनरेटर चालू होने का इंतजार करने लगीं। जब 10 मिनट तक लिफ्ट चालू नहीं हुई तो उन लोगों का दम घुटने लगा। पार्किंग कर्मचारियों को बुलाने के लिये उन्होंने शोर भी मचाया। पर, कोई असर न हुआ।

पुलिस भी निकली लापरवाह

आखिरकार शेफाली ने पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल कर मदद मांगी। कंट्रोल रूम ने हजरतगंज पुलिस को अलर्ट किया। थाने से मैसेज मिलने पर हजरतगंज चौराहे पर चेकिंग कर रहे चौकी इंचार्ज उत्तरी राहुल सिंह राठौर हमराह फोर्स के साथ मल्टीलेवल पार्किंग पहुंचे और उन्होंने एलडीए कर्मचारियों को लिफ्ट में किसी के फंसे होने की सूचना दी। इसके बाद वे और एलडीए कर्मी भागते हुए एग्जिट गेट वाली लिफ्ट खोलने में जुट गए। गौरतलब है कि उन्होंने शिकायतकर्ता के नंबर पर कॉल कर यह भी जानने की जहमत नहीं उठाई कि वे किस लिफ्ट में फंसी हैं।

शोर मचाने पर पहुंचे

इधर, पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दिये हुए 25 मिनट बीत चुके थे और शेफाली व उनके साथ मौजूद बच्ची व फ्रेंड की हालत खराब होती जा रही थी। आखिरकार उन लोगों ने बेतहाशा शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर पुलिस व एलडीए कर्मियों को गलती का अहसास हुआ और वे भागकर इंट्री गेट के बगल वाली लिफ्ट में पहुंचे। जहां सेकेंड फ्लोर पर गेट को किसी तरह खोलकर शेफाली, आन्या और पूर्णिमा को बाहर निकाला गया। बाहर निकलने के बाद दहशतजदा शेफाली ने शॉपिंग का इरादा त्याग दिया और कार लेकर वापस घर लौट गई। वहीं, देरशाम एलडीए की पीआरओ भावना सिंह ने पावर कट की वजह से लिफ्ट में कुछ लोगों के फंसने की बात मान। उन्होंने बताया कि पावर कट की वजह से कुछ लोग मल्टीलेवल पार्किंग की लिफ्ट में फंस गए थे लेकिन, उन्हें जल्द ही निकाल लिया गया।