स्वास्थ्य मंत्री ने की थी खेमका की पैरवी

अशोक खेमका पदोन्नति के बाद पिछले काफी समय से नई पोस्टिंग के लिए सरकार पर दबाव बना रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने खेमका की पैरवी की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खेमका समेत प्रोन्नत हुए आईएएस अधिकारियों को जल्द नई पोस्टिंग का भरोसा दिलाया था। उम्मीद की जा रही थी कि खेमका को स्वास्थ विभाग में मंत्री अनिल विज के साथ जोड़ा जा सकता है लेकिन ऐसा हुआ नहीं।खेमका सीधे मुख्यमंत्री मनोहर लाल को रिपोर्ट करेंगे।

खेमका सीधे मुख्यमंत्री को करेंगे रिपोर्ट

विज्ञान एवं तकनीकि विभाग मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास ही है। खेमका को नई जिम्मेदारी आईएएस धनपत सिंह के स्थान पर दी गई है। धनपत इस विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव थे। खेमका ने नई पोस्टिंग पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है। लेकिन बताया जा रहा है कि वह इस पोस्िटंग से खुश नहीं है। उन्होंने ट्वीट के जरिए 99 दिन बाद पदोन्नति वाले पद पर नियुक्ति की जानाकरी देकर हवा में सवाल उछाल दिया है। अपने ट्वीटर अकाउंट पर फलोअर्स से बातचीत में खेमका ने एक जगह मौजूदा नियुक्ति की पुरातत्व के पद के समान की है।

सभी मंत्रियों ने किया था खेमका का विरोध

दूसरी तरफ सरकार से जुड़े सूत्रों की माने तो कई मंत्रियों ने खेमका को अपने विभाग में जोड़ने से सीएम को साफ इंकार कर दिया था। इसलिए सीएम ने उन्हें अपने साथ जोड़ा है। सरकार पूरे प्रदेश में जमीनों की नई सिरे से मैपिंग करना चाहती है और यह काम साइंस एवं तकनीकी विभाग के अधीन कराया जा सकता है। इसलिए खेमका को इस विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं तकि सरकार के पास पूरी और सही रिपोर्ट आ सके।

पदोन्नति से खुश नहीं हैं खेमका

अशोक खेमका ने पोस्टिंग मिलने से पहले अपनी पुरानी पोस्टिंग पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि अभिलेखागार व पुरातत्व एवं संग्रहालय विभागों में उनकी नियुक्ति ठीक उसी तरह से हो रही है जैसे पदोन्नति के बाद किसी लेफ्टिनेंट जनरल से ब्रिगेडियर का काम लिया जाए। अशोक खेमका कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा और रियल स्टेट कंपनी डीएलएफ के एक जमीन सौदे का इंतकाल रद्द कर चर्चा में आए थे। पिछली हुड्डा सरकार ने उन्हें चार्जशीट कर दिया था जिसे मनोहर सरकार आने के बाद खत्म किया गया।

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