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- दैनिक जागरण- आई नेक्स्ट ने 17 अगस्त के अंक में किया था खुलासा

- जांच के बाद प्रिंसिपल ने की कार्रवाई, कमीशन के चक्कर में लटका रखी थी फाइल

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से हुई मासूम बच्चों की मौत के मामले में तीन और क्लर्क पर कार्रवाई हुई है। गुरुवार को कमीशनखोरी का मामला साबित होने के बाद प्रिंसिपल ने तीन क्लर्क को सस्पेंड कर दिया। इन पर आरोप है कि इन लोगों ने लिक्विड ऑक्सीजन की भुगतान की फाइल को कमीशन के चक्कर में लटका रखा था। दैनिक जागरण- आई नेक्स्ट ने 17 अगस्त के अंक में 'कमीशन के खेल ने ली मासूमों की जांच' हेडिंग से न्यूज पब्लिश की थी। जिसके बाद यह जांच और कार्रवाई हुई।

यह है मामला

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दस व ग्यारह अगस्त को ऑक्सीजन की सप्लाई ठप हो गई थी। इस कारण कॉलेज के नेहरू अस्पताल में एडमिट कई मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। पता चला कि ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी का पेमेंट रुक जाने के कारण उसने सप्लाई रोक दी। जांच में यह बात सामने आई कि फंड होने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया था।

हमने किया खेल उजागर

2016-17 में ही शासन ने दवा, सर्जिकल सामान, रसायन, निर्माण के लिए साढ़े छह करोड़ रुपये मेडिकल कॉलेज को दिए लेकिन कमीशन के खेल में 31 मार्च 2017 को ही बजट लैप्स करा दिया गया। 25 अप्रैल 2017 को पूरे मामले की जांच कमेटी को सौंप दी गई। दो सदस्यीय जांच कमेटी प्रकरण की जांच कर रही थी। घटना के एक दिन पहले ही कमेटी ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को रिपोर्ट सौंप दी थी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के हाथ यह दस्तावेज लग गया जिसके बाद न्यूज पब्लिश हुई। खबर प्रकाशित होते ही हड़कंप मच गया। यह बात सामने आई कि कॉलेज के अपलोडर संजय त्रिपाठी, अस्पताल के अपलोडर सुधीर पांडेय के अलावा उदय ने गड़बड़ी की थी।

डीएम ने कराई जांच

फंड होने के बाद भुगतान लटकाने को लेकर तीनों क्लर्क के खिलाफ मजिस्ट्रियल जांच हुई। मुख्य सचिव की हाई लेवल कमेटी की जांच के बाद अब प्राचार्य ने इन बाबुओं के खिलाफ कार्रवाई की है। गुरुवार को भुगतान लटकाने वाले लिपिक संजय कुमार त्रिपाठी, उदय शर्मा और सुधीर पांडेय के निलंबन का आदेश जारी किया गया।

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वर्जन

भुगतान की फाइल रोकने का दोषी पाए जाने पर तीनों क्लर्क सस्पेंड किए गए हैं। संजय कुमार त्रिपाठी और उदय को निलंबन का आदेश रिसीव करा दिया गया है वहीं सुधीर पांडेय को आदेश रिसीव कराने के लिए जब कर्मचारी पहुंचा तो वह गायब मिले। जल्द ही सुधीर को भी निलंबन आदेश रिसीव करा दिया जाएगा।

- डॉ। पीके सिंह, प्रिंसिपल

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यह हुए हैं सस्पेंड

1. संजय कुमार त्रिपाठी

2. उदय शर्मा

3. सुधीर पांडेय