- सरकार को छापेमारी में मिली काली कमाई की भेजी रिपोर्ट

- तीनों दागी आईएएस के सस्पेंड होने का रास्ता साफ

LUCKNOW :

सूबे के तीन दागी आईएएस अफसरों की कारस्तानी का लेखा-जोखा राज्य सरकार के पास पहुंच गया है। आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान तीनों आईएएस अफसरों के ठिकानों से मिली काली कमाई का ब्यौरा राज्य सरकार को उपलब्ध करा दिया गया है। इस कवायद के बाद अब तीनों अफसरों के सस्पेंड होने का रास्ता भी साफ हो चुका है। मालूम हो कि आयकर विभाग की रिपोर्ट न मिलने की वजह से तीनों आईएएस के केवल विभाग बदले गये थे। नियुक्ति विभाग के सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग की रिपोर्ट न मिलने की वजह से उन्हें सस्पेंड नहीं किया जा सका था।

अभी लॉकर खुलने बाकी

आयकर विभाग जल्द ही तीनों आईएएस के बैंक लॉकरों को भी खोलने जा रहा है जिसमें उनकी काली कमाई के बाकी प्रमाण मिलने की उम्मीद भी जताई जा रही है। ध्यान रहे कि विगत 25 मई को आयकर विभाग की टीमों ने विशेष सचिव कारागार सत्येंद्र कुमार सिंह, डायेक्टर हेल्थ (प्रशासन) हृदय शंकर तिवारी और ग्रेटर नोएडा के एडिशनल सीईओ विमल कुमार शर्मा और मेरठ में आरटीओ के पद पर तैनात उनकी पत्नी ममता शर्मा के छह शहरों के 22 ठिकानों पर छापेमारी कर करोड़ों रुपये की काली कमाई के सुबूत जमा किए थे। बीते शुक्रवार को आयकर विभाग ने इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपनी चाही, लेकिन देरी होने की वजह से यह रिसीव नहीं हो सकी। लिहाजा सोमवार को आयकर विभाग ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी। वहीं इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर काले धन की जांच को गठित एसआईटी के सुपुर्द भी की जा सकती है ताकि ईडी की मदद से तीनों की बेनामी संपत्तियों को तलाश कर उन्हें अटैच किया जा सके।

बदले गये थे विभाग

वहीं विगत दो जून को हुए बीस आईएएस के तबादले में आयकर छापों की जद में आए तीनों आईएएस के विभाग बदल दिए गये थे। इनमें हृदय शंकर तिवारी को स्वास्थ्य महकमे से हटाकर खेलकूद एवं युवा कल्याण विभाग में विशेष सचिव, विशेष सचिव कारागार सत्येंद्र कुमार सिंह को कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा में विशेष सचिव और ग्रेटर नोएडा में एडिशनल सीईओ विमल कुमार शर्मा को राष्ट्रीय एकीकरण विभाग में विशेष सचिव बनाया गया था।

आयकर विभाग ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी है जिसमें उनके ठिकानों से मिली अघोषित संपत्तियों की जानकारी है। शुक्रवार को देरी की वजह से रिपोर्ट रिसीव नहीं हो सकी थी।

- जयनाथ वर्मा, डिप्टी डायरेक्टर (इंवेस्टीगेशन), आयकर विभाग

ये हुई थी बरामदगी

1. हृदय शंकर तिवारी

- 1.21 करोड़ नकद

- 40 लाख के जेवर

- बागपत में स्टेनो के घर से 15 लाख नकद

- नोएडा और लखनऊ में छह संपत्तियां

- तमाम अन्य संपत्तियों के दस्तावेज

2. एसके सिंह

- 37.5 लाख नकद

- नोएडा और लखनऊ में छह संपत्तियां

- कई अन्य बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज

3. विमल कुमार शर्मा

- नोएडा में नौकर के घर से 25 लाख नकद

4. ममता शर्मा

- मेरठ में बाबू के घर से बीस लाख नकद