RANCHI: रिम्स प्रबंधन हास्पिटल को सुपरस्पेशियलिटी बनाने में लगा हुआ है। इस चक्कर में हास्पिटल के सामने फ्लोरिंग भी कर दी गई। इतना ही नहीं फ्लोरिंग करने के बाद वहां टाइल्स भी लगा दिए गए। लेकिन, इस कारण खाली जगह पर लगे तीन विशाल पेड़ सूख गए। ऐसे में ये पेड़ सूख जाने के बाद हादसों को दावत दे रहे हैं। इसके बाद भी रिम्स प्रबंधन का ध्यान इस ओर नहीं है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या किसी हादसे के बाद ही रिम्स प्रबंधन की नींद खुलेगी। प्रबंधन बेफिक्र, हादसे का इंतजार

सुपरस्पेशियलिटी कैंपस में कार्डियोलॉजी विंग के सामने ही तीनों सूखे पेड़ हैं, जहां कैंपस में मरीजों के परिजन घंटों बैठते हैं। इसके अलावा वहीं पर परिजनों की गाडि़यां भी पार्क की जाती हैं। ऐसे में अगर सूखे पेड़ की कोई डाली टूटकर गिरती है तो बड़ा हादसा हो सकता है। और किसी की जान भी जा सकती है।

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सूखे पेड़ों को कटवाने के लिए प्रबंधन को पहल करनी चाहिए। अगर ये गिरता है तो जो भी व्यक्ति चपेट में आएगा, उसकी मौत निश्चित है। लोग पेड़ बचाने का काम करते हैं। लेकिन गलती के कारण पेड़ों को सुखा दिया गया। अब कटवाने के लिए भी हादसे का इंतजार कर रहे हैे।

पेड़ों को सुखाने में इन लोगों का बड़ा हाथ है। ये लोग पेड़ों की कीमत कहां समझते हैं। अगर पेड़ लगा नहीं सकते तो कम से कम पहले से लगे पेड़ों को बचाना तो चाहिए। कई महीने से ये पेड़ सूखे हुए हैं, लेकिन कटवाने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा।

सूखे पेड़ कभी भी गिर सकते हैे। यहां लोग इलाज कराने आते हैे। लेकिन पेड़ गिर गया तो बड़ा हादसा हो जाएगा। इसके बाद परेशानी तो प्रबंधन को नहीं झेलनी पड़ेगी। परिजन ही बेमौत मारे जाएंगे। अगर कोई बच भी जाएगा तो उसका इलाज कराने में हालत खराब हो जाएगी।