- पटना के अगमकुआं थाने के ट्रांसपोर्टनगर से मुक्त हुई बच्ची

- एक करोड़ की मांगी थी फिरौती, देशी पिस्तौल व सात सेलफोन जब्त

- 26 मार्च 2016 को हुआ था अपहरण, लगातार चल रही थी छापेमारी

PATNA : दिल्ली के इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसायी और तुरकौलिया थाना के सेमरा गांव निवासी असरार आलम उर्फ चुन्नू बाबू की अपहृत बेटी फातिमा (फ्) को पुलिस ने मंगलवार की सुबह पटना के अगमकुआं थाना के ट्रांसपोर्टनगर से मुक्त करा लिया है। पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें तब्बसुम गुलनाज उर्फ शब्बो शामिल है, जो पीडि़ता की चचेरी बहन है। उसने ही घटना की साजिश रची थी। अपहरण के बाद एक करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। बदमाशों की निशानदेही पर छापेमारी जारी है।

पुलिस की गिरफ्त में आए बदमाश

पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में मुजफ्फरपुर जिले के चंदबारा बांके साह चौक निवासी प्रकाश कुमार, ऋषि उर्फ ऋषभ, पटना के खाजेकला थाने के मोगलपुर का अमर कुमार उर्फ बिलाव और तुरकौलिया थाने के सेमरा टोला की तब्बसुम गुलनाज उर्फ शब्बो शामिल हैं। शब्बो फातिमा की चचेरी बहन है। गिरफ्तार बदमाशों के पास से एक देशी पिस्तौल व सात सेलफोन जब्त किए गए हैं। इसमें वह फोन भी शामिल है, जिससे फिरौती मांगी गई थी।

यह है घटनाक्रम

फातिमा का अपहरण उसके पैतृक गांव तुरकौलिया थाने के सेमरा टोला से ख्म् मार्च ख्0क्म् की दोपहर में किया गया था। घर में अन्य सदस्य थे। इस बीच रिश्ते की चचेरी बहन शब्बो ने उसे उठाकर अपहर्ताओं को सौंप दिया। अपहर्ताओं ने उसी दिन बच्ची के पिता से सेलफोन पर एक करोड़ की फिरौती मांगी। उन्होंने एसपी से संपर्क किया। एसपी व सदर डीएसपी पंकज रावत गांव पहुंचे।

चचेरी बहन ने उगला सच

सोमवार को पुलिस ने शब्बो व मेहसी निवासी उसके पति इरफान को हिरासत में लिया। दोनों की निशानदेही पर बच्ची को मुक्त कराया गया। छापेमारी टीम में एसपी, सदर डीएसपी के साथ अरेराज डीएसपी नूरूल हक, इंस्पेक्टर विजय कुमार यादव, पटना के पुलिस अधिकारी ओमप्रकाश कुमार, कामाख्या नारायण सिंह आदि शामिल थे।

मोतिहारी से तीन साल की बच्ची के अपहरण में उसके अपने रिश्तेदार ही शामिल थे। बच्ची फातिमा का अपहरण उसकी चचेरी बुआ तबस्सुम गुलनाज उर्फ शब्बो ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर साजिश के तहत किया था।

- सुनील कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय)