नए यमुना पुल से प्रेमी युगल ने लगाई छलांग, दोनों की मौत

किला घाट पर मिली युवक की बॉडी, परीक्षा में फेल होने से डिप्रेशन में था

कौंधियारा में नहाने के चक्कर में तीन किशोरियों की तालाब में डूबने से मौत

ALLAHABAD: शुक्रवार को छह जिंदगियां पानी में समा गई। तीन ने अपने लिए खुद मौत चुकी थी जबकि तीन को काल ले बढ़ा। अलग-अलग स्थानों पर हुई घटनाओं से पांच परिवार सन्नाटे में आ गए। सभी के लिए घटना बेहद शाकिंग थी। पोस्टमार्टम हाउस से लेकर मृतकों के घर तक रोना-पीटना मचा रहा। नैनी ब्रिज से छलांग लगाने वाले युगल ने यह कदम साथ जीने का मौका न मिलने पर उठाया था तो किलाघाट पर मरने वाला युवक यूपीटीयू की परीक्षा में फेल हो जाने से डिप्रेशन में था।

घटना नंबर एक

गहरे पानी ने ले ली जान

कौंधियारा के सोढि़या गांव निवासी नन्दकिशोर हलवाई का काम करते हैं। उनकी चार में दो बेटियां अंचल उर्फ तनु (14) गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कक्षा छह व आरुषि उर्फ सोनी (11) प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार में पढ़ती थी। शुक्रवार को सुबह 11 बजे यह दोनों बहने गांव के बस चालक सुनील यादव की इकलौती पुत्री काजल (12) के साथ राम बहादुर सिंह के तालाब में भैंस नहलाने गई थी। भैंस को नहलाने के बाद भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए तीनो खुद भी नदी में उतर गई। इसी में तीनों एक साथ डूब गई और मौत हो गई।

शव देखकर मचा हड़कंप

तीनों बच्चियों की तरफ परिवार वालों का ध्यान तब गया जब मवेशी घर पहुंच गए और वे नहीं लौटीं। इसके बाद सभी ने मिलकर बच्चियों को खोजना शुरू कर दिया। इसी दौरान गांव के कुछ बच्चे तालाब तक पहुंच गए। उन्हें बॉडी उतराई हुई दिखी तो सन्नाटे में आ गए और शोर मचाया। इसके बाद गांव के लोग स्पॉट पर पहुंचे। दोनों परिवारों का बुरा हाल था। गांव के लोगों ने अपने स्तर पर प्रयास करके तीनों को बाहर निकाला। पेट दबाकर पानी बाहर निकालने की कोशिश की गई लेकिन तीनों की सांस टूट चुकी थी। इस बीच किसी ने सूचना पुलिस को दे दी। खबर मिलते ही पुलिस, नायब तहसीलदार करछना अजय कुमार के साथ मौके पर पहुंची। उन्होंने पंचनामा भरा।

घटना नंबर दो

साथ जी न सके तो साथ मरने का फैसला

नए यमुना पुल से एक युवक और युवती ने फ्राईडे मार्निग छलांग लगा दी। युवक और युवतियों को पुल से कूदता देख वहां से गुजर रहे लोगों में हड़कम्प मच गया। पुल पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। ऊपर जमा भीड़ नीचे नदी की ओर देखकर बचाओ बचाओ का शोर मचाती रही। लेकिन तब तक युवक व युवती नदी में समा चुके थे। पुल सक पब्लिक की चीख-पुकार सुनकर नीचे मौजूद मल्लाह एक्टिव हो उठे। दोनों को निकालने की कोशिश शुरू हो गई। सूचना पाकर पुलिस भी पहुंच गई। दोनों को मल्लाहों ने खोज भी निकाला लेकिन तब तक एक आन द स्पॉट दम तोड़ चुका था और दूसरे ने अस्पताल पहुंच कर दम तोड़ दिया।

लंबी खोजबीन के बाद मिली बॉडी

मरने वालों में सिमरन पुत्री संजय शुक्ला बरियांवा गांव सरायममरेज की और संतोष भारतीय उम्र 24 वर्ष पुत्र हरिलाल बौड़ई लंका फूलपुर थाने का रहने वाला था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मल्लाहों को बॉडी को खोजने में काफी टाइम लग गया। काफी मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकाला गया तो पता चला कि युवती दम तोड़ चुकी है। युवती की मांग में सिंदूर भरा होने से अंदाजा लगाया कि वे शादी शुदा थे। युवक की सांसें चल रही थी। उसे एसआरएन अस्पताल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया।

पढ़ाई के दौरान हुई दोस्ती

घटना की जानकारी कीडगंज पुलिस ने सरायममरेज थाने को दी। जिसके बाद वहां की पुलिस ने भी जानकारी जुटानी शुरू की। सरायममरेज थाने की पुलिस को पड़ताल में पता चला कि सिमरन संस्कार पब्लिक स्कूल पूरे बौड़ई फूलपुर की छात्रा है। पढ़ाई के दौरान उसकी स्कूल बस के कंडक्टर संतोष भारतीय से दोस्ती हो गई थी। करेंट में वह मैजिक चलाता था। इसकी भनक उनके परिवार वालों को भी लग गई थी। जिसके बाद से तनाव बना हुआ था। इस बीच दोनो अपने-अपने घर से गुरुवार शाम से गायब हो गए।

प्रेम प्रपंच से जुड़ा है मामला

इसकी जानकारी होने के बाद सिमरन के परिजनो ने सरायममरेज थाने में जाकर शिकायती पत्र भी दिया। सिमरन के छोटे भाई ने पुलिस को संतोष और सिमरन की दोस्ती के बारे में बताया और संतोष पर उसे भगा ले जाने का शक भी जाहिर किया। जिसके बाद से पुलिस संतोष को तलाश रही थी। घटना की जानकारी होने के परिजनों की सांसें बंध गई। उन्हें नही पता था कि दोनों इतना बड़ा कदम उठा लेंगे। इसके पहले सरायममरेज पुलिस ने सिमरन के बाबा पारसनाथ की तहरीर पर नाबालिग को बहला फुसलाकर ले जाने का मुकदमा भी पंजीकृत कर लिया था। हालांकि, परिवार वाले इस मामले में खुलकर बोलने से बच रहे हैं।