बंधों तक नदी के पानी का दबाव और भीतर इलाकों में नाले बने खतरा

सड़कों पर जमा हो रहा पानी, रसूलाबाद के बिगड़े हालात

ALLAHABAD: एक तरफ जहां आधा शहर पानी से घिरा हुआ है। वहीं शहर से निकलने वाले नालों के जलनिकासी का रास्ता बंद हो चुका है। क्योंकि गंगा-यमुना का जलस्तर नालों को टच कर रहा है। जिसकी वजह से अब शहरी इलाकों में पानी बैक फ्लो होने के साथ ही नालों के जरिये मोहल्लों में पहुंच रहा है। रसूलाबाद के साथ ही ममफोर्डगंज आदि इलाकों में पानी पहुंच गया है। वहीं बैरहना इलाके में भी नाले का पानी बैक फ्लो होकर आबादी क्षेत्र की ओर घुस रहा है।

नालों के गेट हो चुके हैं बंद

गंगा-यमुना के खतरे के निशान से उपर पहुंचने के कारण नदियां व नाले एक हो गए हैं। ममफोर्डगंज गेट, चाचर नाला, मोरी गेट का नाला बंद हो चुका है। पूरे शहर पर जलभराव का संकट मंडरा रहा है। क्योंकि नगर निगम के पास जलनिकासी का साधन नहीं है। अल्लापुर, दारागंज, ममफोर्डगंज, मोरी गेट पर जो पम्प लगे हैं, वो पुराने हैं। जिनकी क्षमता कम है। पानी स्टोर करने की जगह नहीं रह गई है। ममफोर्डगंज गेट लिकेज है, जहां पर बोरी लगाकर पानी को रोका गया है। तेज बारिश हुई तो ममफोर्डगंज बुरी तरह से प्रभावित होगा।

आसमान से आफत की बारिश

सोमवार की सुबह जब बरसात शुरू हुई तो नगर निगम व प्रशासन के साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों से सटे मोहल्लों में रह रहे लोगों के प्राण सूख गए। क्योंकि एक तरफ जहां जलनिकासी का रास्ता पहले से ब्लाक हो चुका है, वहीं दूसरी तरफ बारिश होने पर खतरा और बढ़ सकता है। थोड़ी देर की झमाझम बारिश से कई इलाकों में जल जमाव हो गया। रसूलाबाद, ममफोर्डगंज, जानसेनगंज, बलुआघाट आदि इलाकों में खतरा बढ़ गया। वहीं बक्शी बांध, मोरी गेट व ममफोर्डगंज में पंप को चालू कर पानी को निकाला गया। जिसकी वजह से जलजमाव खतरा नहीं बन सका। वहीं थोड़ी देर बाद मौसम भी साफ हो गया।