आगरा पुलिस भले इससे इंकार करे, लेकिन हालात जो बयां करते हैं, वे इसी ओर इशारा करते हैं। इससे पहले भी आगरा पुलिस नईम को अरेस्ट कर चुकी है। वह भी आईएसआई का एजेंट था और उसने आगरा को बॉम्ब से दहलाने के लिए नेटवर्क फैला चुका था। इस कड़ी में एक और आईएसआई एजेंट भी गिरफ्त में आया। उनके पास आगरा के डिफेंस एरिया, एयरफोर्स स्टेशन और तमाम इंपार्टेंट प्लेसेज से जुड़े कागजात थे।

सैटरडे को एत्मादउद्दौला थाना क्षेत्र के टेढ़ी बगिया इलाके में टाइम बम मिलने से सनसनी फैल गई। बम एक ढाबे पर रखा हुआ था। सूचना मिलते ही पुलिस के होश उड़ गए। मौके पर पुलिस ऑफिसर्स और कई थानों का फोर्स पहुंच गया। वहां मौजूद लोगों को पहले तो दूर हटाया गया। इसके बाद मौके पर पहुंची बीडीएस टीम ने बम का टाइमर निकाला। फिर उसको डिफ्यूज करने के लिए झरना नाले पर ले जाया गया। एटीएस की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई थी।

टिक-टिक से गया ध्यान

टेढ़ी बगिया में बने विशाल ढाबा में दो लोग सैटरडे नाइट को खाना खाने आए हुए थे। इस दौरान इनके पास काला बैग भी था। बताया जा रहा है कि बैग को छोड़कर ये लोग यहां से चले गए। बैग में से आ रही टिक-टिक की आवाज से लोगों का ध्यान इस पर गया। लोगों ने इसकी जानकारी वेटर शरीफ को दी। शरीफ ने इसकी जानकारी ढाबा मालिक नरेश गोस्वामी को दी। नरेश ने बैग खोलकर देखा, तो उसमें टाइम बम था। टाइम बम को देखकर नरेश ने बैग को ढाबे के बाहर फेंक दिया।

इससे मौके पर मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। इतने में लोगों ने कंट्रोल रूम में पुलिस को सूचना दी। बम की खबर एरिया में आग की तरह फैल चुकी थी। बम की सूचना मिलते ही लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया। घटनास्थल पर सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। आनन-फानन में डीआईजी असीम अरुणऔर डीएम अजय चौहान समेत कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। कई थानों का फोर्स भी बुला लिया गया। पुलिस ने वहां मौजूद लोगों को पहले तो दूर हटाना शुरू कर दिया। सूचना पर बीडीएस की टीम भी पहुंच गई। टीम ने पहले तो बड़ी मुश्किल से बम के टाइमर को निकाला। इसके बाद रेत से भरा एक ट्रैक्टर मंगाया गया। इसमें बम वाले बैग को रखकर झरना नाले की तरफ ले जाया गया। यहां बम को डिफ्यूज किया गया।

आईईडी का इस्तेमाल

करीब दो महीने पहले जय हॉस्पिटल में धमाके के लिए इस्तेमाल किए गए बॉम्ब की ही तरह यह भी डिवाइस थी। इसमें भी बैट्रीज और तार के सर्किट का इस्तेमाल किया गया। इसे भी लोगों की मौजूदगी वाली जगह यानी ढाबे पर प्लांट किया गया। जय हॉस्पिटल में यूज की गई डिवाइस में महज अंतर इतना था कि इसमें टाइम क्लॉक जोड़ी गई थी। इस बॉम्ब की इंटेसिटी के बारे में पुलिस कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन, यह एक बड़े धमाके को अंजाम देने की साजिश थी।

शरीफ लाइव

नौ बजे दो लोग खाने खाए थे। वे पैदल ढाबे पर पहुंचे थे। एक दाल और रोटियों का ऑर्डर दिया था। उनके हाथ में पीले रंग का कैरी बैग था। उन्होंने  बैग मेज के नीचे रख दिया। करीब चालीस साल और एक 25 साल का था। जैकेट मटमैले रंग की थी। सादी पैंट और मफलर भी था। क्लीन शेव के ये शख्स करीब दस मिनट बैठे और चले गए। मेरी नजर बैग पर पड़ी तो मैने नरेश को बैग दे दिया। उन्होंने पूरा बैग खोला तो उसमें घड़ी जैसी चीज थी। हमने बैग बाहर फेंक दिया था। हमने सिलेंडर फेंक दिए थे। ढाबा खाली करा दिया था।

संदिग्धों की तलाश शुरू

बॉम्ब मिलने के बाद पुलिस के अधिकारियों ने आस-पास के संवेदनशील इलाकों में फोर्स के साथ पहुंचकर संदिग्ध ऐरियाज में तलाशी शुरू कर दी है। पुलिस की इस कार्रवाई से आसपास के क्षेत्रों में हड़कंप सा मच गया। जानकारों मुताबिक पुलिस की इस कार्यवाही से डर के कारण कुछ लोग तो अपना घर ही छोड़कर चले गए हैं। शहर भर में रेड अलर्ट कर दिया गया है। सिटी के मशहूर मॉन्यूमेंट्स सहित अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में सघन तलाशी के आदेश दिए गए हैं.सिटी के सभी व्यस्त चौराहों पर देर रात चेकिंग शुरू कर दी गई है।

सैटेलाइट फोन भी

कुछ दिन पहले आगरा में सैटेलाइट फोन के इस्तेमाल किए जाने की भी जानकारी आगरा पुलिस को मिली थी। मेरठ स्थित आर्मी इंटेलीजेंस ने इस फोन पर बातचीत को इंटरसेप्ट किया था। इस मामले में अभी भी पुलिस को कुछ खास जानकारी हासिल नहीं हो सकी है। जबकि इस सैटेलाइट फोन के इस्तेमाल को लेकर एटीएस की टीम भी आगरा पहुंची थी।

पहले भी नाकाम रहे

जय हॉस्पिटल में भी हुए बॉम्ब ब्लास्ट से पहले खुफिया एजेंसीज को जानकारी थी। इस ब्लास्ट के दो दिन पहले ही एटीएस की टीम आगरा आ पहुंची थी। ताजमहल आदि जगहों पर उसने बाकायदा उस सुराग को तलाशने की भी कोशिश की। लेकिन, नतीजा कुछ नहीं निकला और जय हॉस्पिटल में बॉम्ब ब्लास्ट हो गया। इसी तरह ताजमहल पर मोर्टार बॉम्ब भी दागा गया। हालांकि इसे दीपावली के जश्न के लिए दागा गया करार दिया गया। इस मामले में भी जांच आगे तक नहीं बढ़ सकी है। वहीं जय हॉस्पिटल में भी क्रूड आईईडी के यूज को हल्के में लेकर इसे आपसी रंजिश का हिस्सा बता दिया गया।

क्या है निशाने पर?

-ताज महल

-आगरा किला

-एत्माद्दौला

-फतेहपुर सीकरी

-सिकंदरा

-खेरिया एयरपोर्ट

-रेलवे स्टेशन

-509 आर्मी वर्कशॉप

-आगरा सिविल कोर्ट

-रोडवेज बस अड्डे

-रिफाइनरी की नजदीकी

-ऑयल डिपो

-सिटी के मॉल्स आदि