- सीबीएसई की तर्ज पर लागू किया गया सिस्टम

- टाइम टेबल के अनुसार ही करानी होगी पढ़ाई

मेरठ- सीबीएसई की तर्ज पर अब जुलाई से ही स्कूलों का टाइम टेबल सिस्टम बनाया गया है। टाइम टेबल के अनुसार ही स्कूलों को पढ़ाई करानी होगी। इसके साथ ही पढ़ाई का पूरा ब्योरा भी पारदर्शिता रखने के लिहाज से लिखित रूप से भी सारा रजिस्टर मेनटेन करना होगा।

कब क्या है पढ़ाना

इसके लिए शिक्षकों को घर से तैयारी करके आना होगा। इसके अलावा स्कूलों को बोर्ड व स्टूडेंट्स की डायरी में भी ये सूचना अंकित करनी होगी। अगले दिन कौन सा पाठ पढ़ाना है पहले दिन क्या पढ़ाया है। किस पाठ में से वो बच्चों का टेस्ट ले चुके हैं। इसके साथ ही किस सब्जेक्ट कि कितना कोर्स बच रहा है उसका भी लेखा जोखा मेनटेन किए जाने वाले रजिस्ट्रर में लिखना होगा।

देना होगा ध्यान

इसके साथ ही किस बच्चे का पढ़ाई में कैसा परफॉर्मेस है इस पर भी ध्यान देना होगा। इनमें अगर महीने भर में किसी बच्चे का परफॉर्मेस बहुत वीक होता है तो उसका अलग से स्टेटस तैयार करके विभाग को सूचित करना होगा।

डे वाइज करेंगे सब्जेक्ट

जिस तरह से सीबीएसई स्कूलों में कुछ सब्जेक्ट्स को डे वाइज मंगाया जा रहा है। इनमें डे वाइज एसएसटी, साइंस, नैतिक शिक्षा, फिजिकल एजुकेशन आदि सब्जेक्ट को मंगाया जाएगा।

टाइम टेबल के बारे में रजिस्टर में लिखना होता है। इससे पारदर्शिता आएगी, इसके साथ ही एजुकेशन स्तर में भी सुधार आएगा।

श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस