जब आप एक रिलेशनशिप में होते हैं और आपको लगने लगता है कि आपके रिश्ते का कोई फ्यूचर नहीं तो सबसे बड़ी प्रॉब्लम होती है अपने पार्टनर से इस बात को शेयर करना. ये थोड़ा सेंसिटिव मामला होता है क्योंकि जरूरी नहीं कि जैसा आप सोच रहे हों वैसा ही सामनेवाला भी सोचे. दिल्ली की रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉ. मोना बख्शी कहती हैं, ‘अगर आप अपने रिलेशनशिप को नहीं कैरी करना चाहते हैं तो साफ-साफ कह देना ही बेहतर है.’ और क्या तरीके हैं अपने रिलेशन को गुडबाय कहने के, जानिए एक्सपर्ट से...

Begin to detach yourself

एक्सपट्र्स की मानें तो पॉजिटिव ट्रेट्स जैसे फ्रेंड को पेट नेम से बुलाने से या फॉल्स होप देने से आप खुद को उससे अलग कर ही नहीं पाते हैं. वहीं जैसे ही आप निगेटिव ट्रेट्स देना शुरू करते हैं तो सामने वाले को एक हिंट मिलने लगती है कि शायद अब आप उसमें और इंटरेस्टेड नहीं हैं और आपका अपनी बात कहना ईजी बन सकता है.

Honesty will work here

डॉ. मोना बख्शी का मानना है कि उल्टे-सीधे बहाने या फालतू के रीजंस के चक्कर में पडऩा ठीक नहीं होगा. बाद में वो हर्ट हो, इससे अच्छा ऑप्शन तो यही है कि उसे सच ही बताया जाए. उससे किसी भी तरह के फॉल्स प्रॉमिसेस करना भी ठीक नहीं होगा. वह कहती हैं, ‘अगर आपने एक बार डिसीजन ले लिया है तो उस पर टिके रहना चाहिए और किसी के प्रेशर में नहीं आना चाहिए.’

Avoid avoiding

किसी को अचानक ही अवॉयड करना शुरू कर देना जस्टिफाइड नहीं है. ऐसा करके सामनेवाला ना सिर्फ कंफ्यूज बल्कि डिप्रेस भी हो जाता है. अच्छा होगा कि उसे जस्टिफाइड रीजन दिया जाए. इससे एटलीस्ट उसको पता तो होगा कि ब्रेकअप का रीजन क्या है. इस तरह आप अपने रिलेशनशिप और उस पर्सन को लेकर रिस्पेक्टफुल भी बने रहेंगे जो कहीं ना कहीं आपके फेवर में काम कर सकता है.

Don’t get tempted

डॉ. मोना बख्शी के मुताबिक इमोशनल मेसेजेस से बिल्कुल भी इंफ्लुएंस नहीं होना चाहिए. वह कहती हैं,‘आपका फ्रेंड आपको चाहे वह कितने भी मैसेजेस करे, आपको उनका रिप्लाई नहीं करना चाहिए नहीं तो आप उसमें उलझी रहेंगे और फाइनल डिसीजन नहीं ले पाएंगे. अच्छा तो होगा कि आप उसके  मेल्स या मेसेजेस को पढ़ें ही नहीं.’

If he/she doesn’t understand

अगर वह आपकी बात को नहीं समझता/समझती है तो उसे अपनी बात के लिए कंविंस करने की कोशिश करें. अगर तब भी वह नहीं समझता है तो आपको उसके ईमेल्स पर रिस्पांस देना बंद कर देना चाहिए. याद रहे कि अगर वह लगातार ईमेल्स करता रहता है तो आप उसे अपने अकाउंट से ब्लॉक या डिलीट भी कर सकते हैं.  

How to get prepared for it

  • बात करने से पहले डिसाइड करना जरूरी है कि रिलेशनशिप को किन प्वाइंट्स पर ब्रेक कर रहे हैं
  • इन प्वाइंट्स के बारे में जरूर सोच लें, क्योंकि सामने वाले से बात करते वक्त ये प्वाइंट्स बहुत हेल्पफुल रहेंगे
  • रिलेशनशिप ब्रेक करने की बात करने के लिए पहले से ही एक फिक्स टाइम डिसाइड कर लें और उसे बता दें
  • ये बात भी पहले से ही डिसाइड कर लें कि आप किस फ्रेम ऑफ माइंड के हैं और सामने वाला किस फ्रेम ऑफ माइंड का है.
  • अगर अकेले में बात करने में कोई परेशानी महसूस कर रहे हो तो
  • अपने किसी क्लोज और कॉमन फ्रेंड को भी बातचीत में शामिल कर सकते हैं.

Expert says

सबसे अहम  ये है कि आपने अपनी रिलेशनशिप को कितना वक्त दिया है. इसे बनाए रखने के लिए कितना एफर्ट किया है. आपके एफर्ट करने के बाद भी रिलेशनशिप में कुछ कमी है तो बेहतर होगा कि आप अलग हो जाएं. जरूरी नहीं है कि हर संबंध खुशी ही दे.